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26 या 27 फरवरी में से क‍िस द‍िन मनाई जाएगी Mahashivratri, जानिए पूजा का शुभ सही मुहूर्त और महत्व

महाशिवरात्रि  इस वर्ष 26 फरवरी बुधवार को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में यह पर्व भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।

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Ranjana Sharma
 Mahashivratri

नई दिल्‍ली, वाईबीएन नेटवर्क।

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Mahashivratri : महाशिवरात्रि  इस वर्ष 26 फरवरी बुधवार को मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में यह पर्व भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। यही कारण है कि भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और रात्रि में चार पहर के अनुसार शिव पूजन कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

महाशिवरात्रि का महत्व

महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। श्रद्धालु जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और भस्म से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि इस पूजा से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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महिलाओं के लिए व्रत का विशेष महत्व

महाशिवरात्रि पर महिलाएं परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। ऐसा विश्वास है कि इस व्रत से पति-पत्नी के जीवन में प्रेम और सौहार्द बढ़ता है तथा अविवाहित कन्याओं को योग्य वर की प्राप्ति होती है।

पूजन का शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि की रात्रि में चार पहर के अनुसार भगवान शिव का पूजन करने का विधान है। प्रत्येक पहर में शिवलिंग पर जल और दूध अर्पित करते हुए मंत्रों का जाप किया जाता है। इस पूजन से साधक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और उनके भाग्य में वृद्धि के योग बनते हैं।

महाशिवरात्रि पर जरूर करें ये खास उपाय

  • महाशिवरात्रि की रात्रि में शिव मंदिर में जाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें और शिवलिंग के पास देसी घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
  • यदि आपके मंदिर में शिवलिंग नहीं है तो महाशिवरात्रि के दिन अपने घर पर छोटा सा शिवलिंग लाएं और विधि-विधान से अभिषेक करके स्थापित करें। इससे घर में दुख-दरिद्रता दूर होती है।
  • शिवरात्रि पर भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने से दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

महा शिवरात्रि पर चार पहर का पूजन मुहूर्त

  • प्रथम पहर पूजन का समय: 26 फरवरी को शाम 6:19 बजे से रात 9:26 बजे तक।
  • दूसरा पहर पूजन का समय: 26 फरवरी को रात 9:26 बजे से 27 फरवरी को अर्धरात्रि 12:34 बजे तक।
  • तीसरा पहर पूजन का समय: 27 फरवरी को अर्धरात्रि 12:34 बजे से सुबह 3:41 बजे तक।
  • चौथा पहर पूजन का समय: 27 फरवरी को सुबह 3:41 बजे से सुबह 6:48 बजे तक।
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