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Vinayak Chaturthi 2025 : मनोकामना पूर्ति के लिए इस दिन करें भगवान गणेश की श्रद्धा से पूजा

सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है। हर मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायकी या विनायक चतुर्थी व्रत कहते हैं। यह दिवस भगवान श्री गणेश को समर्पित है। इस दिन गणपति का पूजन-अर्चन करना लाभदायी माना गया है।

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Mukesh Pandit
Vinayak chaturthi 2025
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Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025: सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है। हर मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायकी या विनायक चतुर्थी व्रत कहते हैं। यह दिवस भगवान श्री गणेश को समर्पित है। इस दिन गणपति का पूजन-अर्चन करना लाभदायी माना गया है।

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 इस दिन चंद्रमा की पूजा करना वर्जित है। भगवान गणेश उन्हें ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते हैं. ज्ञान और धैर्य दो ऐसे नैतिक गुण हैं, जिसका महत्व सदियों से मनुष्य को ज्ञात है. कहते हैं कि विनायक चतुर्थी पर पूजन करने से व्यक्ति को इन गुणों की प्राप्ति होती है।

ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी 2025 

ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी 30 मई 2025 को है. चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी का व्रत रखकर विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि वाले संकष्टी चतुर्थी व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है लेकिन इस चतुर्थी में चांद की पूजा की मनाही है।

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ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी 2025 मुहूर्त

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 29 मई 2025 को सुबह 11.18 शुरू होगी और अगले दिन 30 मई 2025 को रात 9 बजकर 22 मिनट पर इसका समापन होगा।

इस दिन गणेश जी की पूजा का मुहूर्त सुबह 10.56 मिनट से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

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मनोकामना अनुसार ऐसे करें पूजा

व्यापार में वृद्धि  विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करते समय 5 हल्दी की गांठ चढ़ाएं और श्री गणाधिपतये नम: मंत्र को पढ़ें. ऐसा लगातार अगले 10 दिनों तक करें. माना जाता है कि ऐसा करने से बिजनेस में लाभ के साथ सफलता हासिल होती है।

संतान प्राप्ति के लिए - विनायक चतुर्थी के दिन 21 गुड़ की गोलियां बना लें और इन्हें दूर्वा के साथ गणपति जी को अर्पित करें मान्यता है कि इससे बप्पा जल्द प्रसन्न होते हैं। इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से अभिष्ट की प्राप्त होती है। संतान के सौभाग्य में वृद्धि होती है। 

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