नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Guru Gobind Singh Indraprastha University (GGSIPU) ने शिक्षा क्षेत्र में एक सराहनीय पहल की है। यूनिवर्सिटी ने अनाथ बच्चों (Orphan Students) के लिए एक विशेष आरक्षण (Special Quota) शुरू करने का फैसला लिया है। यह कोटा यूनिवर्सिटी की अकादमिक काउंसिल से मंजूरी मिलने के बाद शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी होगा। इस पहल का उद्देश्य अनाथ बच्चों को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर देना है।
हर प्रोग्राम में मिलेगी रिजर्व सीट
आईपी यूनिवर्सिटी के सभी स्कूलों और प्रोग्राम्स में अनाथ छात्रों के लिए एक अतिरिक्त सीट आरक्षित की जाएगी। यह कोटा पहले से लागू सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटा के अतिरिक्त होगा। इतना ही नहीं, इन छात्रों को यूनिवर्सिटी की ईडब्ल्यूएस योजना के तहत पूरी फीस में छूट दी जाएगी। इससे आर्थिक रूप से कमजोर अनाथ बच्चों को पढ़ाई में बड़ी राहत मिलेगी।
वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए पीएचडी, नए कोर्स भी शुरू
यूनिवर्सिटी ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए खास तौर पर पीएचडी प्रोग्राम शुरू करने का भी फैसला लिया है। इसके अलावा एमबीए प्रोग्राम में लेटरल एंट्री की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे संबंधित योग्यता रखने वाले कैंडिडेट्स सीधे एडवांस स्टेज में दाखिला ले सकेंगे। यूनिवर्सिटी स्पेनिश समेत अन्य विदेशी भाषाओं में सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू करेगी। शैक्षणिक कोर्सेस में भी विस्तार किया जाएगा। इनमें दर्शनशास्त्र में 5 साल का इंटीग्रेटेड बीए-एमए प्रोग्राम, 4 साल का बीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स और हेल्थकेयर सेक्टर को ध्यान में रखते हुए रेडियोलॉजिकल फिजिक्स में पोस्ट एमएससी डिप्लोमा शामिल हैं।
भारतीय विरासत को बढ़ावा देने की पहल
यूनिवर्सिटी भारतीय ज्ञान और तकनीकी प्रगति को संरक्षित करने के लिए "इन-सीटू सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज सिस्टम एंड टेक्नोलॉजी इनोवेशन" स्थापित करेगी। इसका उद्देश्य भारत की पारंपरिक विरासत को आधुनिक शिक्षा से जोड़ना है।
नरेला कैंपस में मिलेंगी नई सुविधाएं
आईपी यूनिवर्सिटी का नरेला कैंपस भी जल्द शुरू होने वाला है, जिसमें एमएससी इन माइक्रोबायोलॉजी समेत कई नए सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे। आईपी यूनिवर्सिटी की यह पहल न केवल शिक्षा में समावेशिता को बढ़ावा देगी, बल्कि अनाथ और जरूरतमंद छात्रों के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगी।