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भारत में AI पेशेवरों की कमी दूर करेगा मिराई स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी

भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल और एक्सपर्ट्स की कमी को देखते हुए मिराई स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी की शुरुआत हुई है। मिराई में B.Tech और BCA जैसे कोर्स अब पूरी तरह AI पर आधारित पढ़ाए जाएंगे।

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Suraj Kumar
AI schools
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नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क। भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग और विशेषज्ञों की कमी को देखते हुए, मिराई स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया कदम उठाया है। अनुमान है कि 2027 तक भारत में 10 लाख से अधिक AI-कुशल पेशेवरों की जरूरत होगी। इसी चुनौती को अवसर में बदलते हुए मिराई स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी ने AI-प्रथम शिक्षा पर आधारित कोर्स शुरू किए हैं।

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कई पाठ्यक्रम होंगे शुरु 

मिराई के माध्यम से B.Tech और BCA जैसे डिग्री प्रोग्राम AICTE और UGC द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेजों के सहयोग से उपलब्ध होंगे। इन प्रोग्राम्स में AI-केंद्रित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। इस संस्थान की स्थापना अर्पित सरदा (BITS पिलानी, IIM कोझिकोड) ने की है, जबकि कोडिंग ब्लॉक्स के सह-संस्थापक वरुण कोहली और कार्तिक माथुर ने इसमें सहयोग दिया है। ये दोनों तकनीकी क्षेत्र में 2.5 लाख से अधिक छात्रों को मार्गदर्शन दे चुके हैं। मिराई का विज़न है कि AI सीखना केवल एक विषय नहीं बल्कि जीवन जीने का तरीका हो। अर्पित सरदा के अनुसार, मिराई एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार कर रहा है जहां छात्र AI के साथ नेतृत्व करना सीखेंगे, सिर्फ उसके अनुसार चलना नहीं।

मिराई की खासियतें:

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AI-फर्स्ट एजुकेशन: 15 से अधिक प्रमुख AI टूल्स, 6+ ग्लोबल सर्टिफिकेशन और जनरेटिव AI, LLMs, API जैसे वास्तविक दुनिया के केस स्टडीज़ शामिल हैं। कोडिंग में AI का प्रयोग: छात्र पहले सप्ताह से GitHub Copilot, ChatGPT Plus जैसे टूल्स के साथ प्रोजेक्ट्स और डिबगिंग करते हैं। उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर: स्मार्ट क्लासरूम, एप्पल लैब, रोबोटिक्स लैब और हर छात्र को MacBook तथा प्रीमियम AI टूल्स की सदस्यता मिलती है। सिर्फ टॉप 20% का चयन: मेरिट के आधार पर चुने गए छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा और प्रतिस्पर्धा का मौका मिलेगा। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा शिक्षण: अनुभवी इंजीनियर्स और फाउंडर्स द्वारा कोर्सेज़ पढ़ाए जाएंगे, जो छात्रों को रोजगार योग्य बनाएंगे।

मिराई का उद्देश्य छात्रों को सिर्फ तकनीकी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि उन्हें हेल्थकेयर, फाइनेंस, ऑटोमोबाइल जैसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में AI आधारित करियर के लिए तैयार करना है। यह संस्थान वैश्विक AI प्रतियोगिताओं, स्टार्टअप इनक्यूबेशन और उद्योग-आधारित प्रोजेक्ट्स के अवसर भी प्रदान करता है।

भारत का AI मार्केट 2027 तक 17 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, और मिराई स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी इस उभरते क्षेत्र में देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति है, जहां छात्र सिर्फ डिग्री नहीं बल्कि भविष्य की तकनीक को आकार देने का कौशल लेकर निकलेंगे।

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