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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।अगर आपकी इच्छा भी विदेशी यूनिवर्सिटी से पढ़ने की है, तो आपका यह सपना जल्द ही सच होने वाला है और इसके लिए आपको विदेश भी नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि विश्व की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में शुमार बिटेन की साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी अब भारत में अपना कैंपस खोल चुकी है। भारत सरकार द्वारा लाइसेंस प्राप्त करने वाली ब्रिटेन की यह पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को गुरुग्राम में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय परिसर में इसका उद्घाटन किया। भारत की नई शिक्षा नीति के तहत, पहली बार यूजीसी ने भारत में एक पूर्ण विकसित अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय परिसर को मंजूरी दी है। छात्रों को ब्रिटेन जैसी उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा और अनुभव के साथ-साथ विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त डिग्री भी प्राप्त होगी। इसके साथ ही छात्रों के पास ब्रिटेन में एक सेमेस्टर या एक साल तक स्टडी करने का ऑप्शन होगा।
वर्तमान में इन कोर्स की हो रही है पढ़ाई
मुख्यमंत्री सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का यह नया परिसर हरियाणा को वैश्विक शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य हरियाणा को ऐसा स्किल हब बनाना है, जहां युवा सिर्फ नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले बनें। फिलहाल इस कैंपस में चार अंडरग्रेजुएट (UG) और दो पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।मुख्यमंत्री सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का यह नया परिसर हरियाणा को वैश्विक शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य हरियाणा को ऐसा स्किल हब बनाना है, जहां युवा सिर्फ नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले बनें। फिलहाल इस कैंपस में चार अंडरग्रेजुएट (UG) और दो पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।
इन कोर्स की होगी की शुरुआत
साउथेम्पटन विश्वविद्यालय के गुरुग्राम (दिल्ली‑कैंपस) में अगस्त 2025 से चार अंडरग्रेजुएट और दो पोस्टग्रेजुएट कोर्स शुरू किए जाएंगे। यूजीसी नियमों के तहत, यहाँ BSc (Hons) में बिज़नेस मैनेजमेंट, अकाउंटिंग & फाइनेंस, कंप्यूटर साइंस और अर्थशास्त्र तथा MSc में फाइनेंस और इंटरनेशनल मैनेजमेंट का प्रोग्राम उपलब्ध होगा । ये पाठ्यक्रम यूके की बैक‑टू‑बैक शिक्षण सामग्री और मानकों के अनुरूप हैं, और छात्रों को यूके या मलेशिया कैंपस में एक वर्ष तक अध्ययन का अवसर भी मिलेगा । आने वाले वर्षों में कानून, इंजीनियरिंग, कला-डिज़ाइन, बायोसाइंसेज एवं जीवन विज्ञान जैसे विषय भी जोड़े जाने की योजना है ।