Advertisment

पहलगाम आतंकी हमले पर बॉलीवुड का अटैक, दिव्या दत्ता, 'घटना दिल दहलाने वाली

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशवासियों में आक्रोश व्याप्त है। फिल्म इंडस्ट्री के सितारे भी आतंकियों की कायराना हरकत की कड़ी निंदा करते नजर आ रहे हैं।

author-image
YBN News
Actress divyadutta
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशवासियों में आक्रोश व्याप्त है। फिल्म इंडस्ट्री के सितारे भी आतंकियों की कायराना हरकत की कड़ी निंदा करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की और घटना को ‘दिल दहला देने वाला’ बताते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की।  

Advertisment

पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की

एक कार्यक्रम में शामिल हुईं दिव्या दत्ता ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "पहलगाम में जो हुआ वह बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस मुश्किल समय में हम अपने देश के साथ खड़े हैं।" इससे पहले अभिनेत्री अनु अग्रवाल ने भी आईएएनएस से बात की और पहलगाम हमले पर दुख जताया। अनु ने कहा, "मुझे बहुत दुख हो रहा है और मैं उन लोगों के प्रति अपना पूरा समर्थन व्यक्त करती हूं, जिन्होंने इस आतंकवादी हमले में अपनों को खोया।"

कोई चुप नहीं रहेगा

Advertisment

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उठाए कदम को सही बताते हुए उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बढ़कर सजा दी जाएगी। जाहिर है, ऐसी घटना के बाद कोई भी चुप नहीं रहेगा।"

घटना सुरक्षा चूक का नतीजा 

यह पूछे जाने पर कि क्या यह घटना सुरक्षा चूक का नतीजा है, उन्होंने कहा, "जब भी ऐसी कोई घटना होती है तो हर कोई जानना चाहता है कि ऐसा क्यों और कैसे हुआ, लेकिन जो भी होता है उसके पीछे कई कारण होते हैं। जहां कुछ लोग इसके लिए सुरक्षा चूक को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं कुछ लोग मुस्लिम समुदाय पर आरोप लगा रहे हैं, जिनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए, मैं कहूंगी कि लोगों को पहले खुद का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और खुद को सही करना चाहिए।"

Advertisment

आतंकवादी हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के लिए अपना संदेश साझा करते हुए, अनु ने कहा, "हमारे जीवन में आने वाली हर कठिनाई हमें एक सबक सिखाती है। अपने अंदर नफरत को बढ़ाने के बजाय, हमें इस बारे में सोचना चाहिए कि स्थिति से कैसे बाहर निकलना है। मेरे अनुभव में, सकारात्मकता एक बड़ी मरहम लगाने वाली चीज है।"

 

Advertisment
Advertisment