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Pahalgam Terror Attack: के बाद पाकिस्तान को चीन का समर्थन, मुकेश खन्ना बोले - ‘इससे बड़ा मजाक क्या होगा?’

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद "शांति और स्थिरता के लिए" पाकिस्तान को चीन के समर्थन पर ‘शक्तिमान’ फेम अभिनेता मुकेश खन्ना ने सोशल मीडिया पर चीन की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ नहीं हो सकता। 

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YBN News
MUKESHKANNA

MUKESHKANNA Photograph: (ians)

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मुंबई , आईएएनएस। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद "शांति और स्थिरता के लिए" पाकिस्तान को चीन के समर्थन पर ‘शक्तिमान’ फेम अभिनेता मुकेश खन्ना ने सोशल मीडिया पर चीन की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ नहीं हो सकता। 

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चीन हमेशा पाकिस्तान का समर्थन

इंस्टाग्राम पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए मुकेश खन्ना ने कैप्शन में लिखा, “क्या मजाक है? दक्षिण एशिया में अशांति फैलाने वाला चीन कहता है कि वह पाकिस्तान का समर्थन करेगा। दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए चीन हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करेगा, इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है?”

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव

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उल्लेखनीय है कि गत 27 अप्रैल को चीन ने पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और देश की संप्रभुता और सुरक्षा चिंताओं की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विदेश मंत्री वांग यी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से संयम बरतने का आग्रह किया। पहलगाम के पास बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच वांग की यह टिप्पणी आई है।

ऐसी घटनाओं को रोका जाए

मुकेश खन्ना देश के किसी भी मुद्दे को लेकर मुखर रहते हैं। पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करते नजर आए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जाए।

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आतंकवादियोंकी कोई जाति या धर्म नहीं

वीडियो में अभिनेता कहते नजर आए, “मैंने कुछ दिनों पहले एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें मैंने कहा था कि आतंकवादियों की कोई जाति या धर्म नहीं होता। वे सिर्फ पैसों के लिए काम करते हैं। लेकिन मैं अब अपने उस बयान को वापस लेता हूं। मुझे एहसास हो गया है कि ऐसा नहीं होता है। पहलगाम आतंकी हमले में हुए वारदात के बाद मैं अपने बयान को वापस लेता हूं। पीड़ितों के परिवार वालों ने बताया कि घटना को कैसे अंजाम दिया गया। वहां पर लोगों को मारने से पहले पूछा गया कि उनका धर्म क्या है?”

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