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अकेलेपन से जूझ रहे लोग, सोशल मीडिया लाया जुड़ाव का भ्रम : रुसलान मुमताज

एक्टर रुसलान मुमताज ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने की भावनात्मक चुनौतियों पर खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकारा कि शोबिज में अकेलापन एक कड़वी सच्चाई है, जो मेंटल हेल्थ पर भी गहरा असर डालता है।

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YBN News
RuslanMumtaz

RuslanMumtaz Photograph: (ians)

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मुंबई, आईएएनएस। एक्टर रुसलान मुमताज ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने की भावनात्मक चुनौतियों पर खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकारा कि शोबिज में अकेलापन एक कड़वी सच्चाई है, जो मेंटल हेल्थ पर भी गहरा असर डालता है।

शोबिज में अकेलापनएक कड़वी सच्चाई

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में 'मेरा पहला पहला प्यार' फेम रुसलान ने कहा कि यह समस्या सिर्फ एक्टर्स तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग के लोग इससे जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अकेलापन इसकी एक बड़ी वजह है। रुसलान ने युवा एक्टर्स में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर चिंता जताई। 

मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना किया

उन्होंने कहा, "कोविड के बाद कई अभिनेताओं और अन्य लोगों ने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना किया। कुछ ने तो जान भी गंवा दी। लेकिन यह सिर्फ शोबिज की बात नहीं है। हर क्षेत्र में लोग अकेलेपन से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया ने जुड़ाव का भ्रम पैदा किया है, लेकिन असल में लोग भीड़ में भी अकेले हैं। लोग एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं करते, जिससे अकेलापन और बढ़ता है।"

नई वेब सीरीज 'टिक टैक टाइमआउट'

रुसलान ने अपनी नई वेब सीरीज 'टिक टैक टाइमआउट' के बारे में भी बात की, जो आत्महत्या जैसे संवेदनशील विषय को छूती है। उन्होंने कहा कि यह शो आत्महत्या को गलत ठहराता है और यह संदेश देता है कि जीवन को खत्म करना कभी समाधान नहीं है।

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शो में मेरा किरदार आत्महत्या की कोशिश करता

रुसलान ने बताया, "शो में मेरा किरदार आत्महत्या की कोशिश करता है। हम दिखाते हैं कि यह कितना मुश्किल है। लीना नाम के किरदार के आने से उसकी जिंदगी बदल जाती है और वह जीने का फैसला करता है। शो का संदेश है कि जिंदगी कभी भी बेहतर हो सकती है, इसलिए हार नहीं माननी चाहिए।"

रुसलान, जिन्हें 'तेरे संग' जैसी फिल्मों के लिए भी जाना जाता है, उनका मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और खुलकर बात करने की जरूरत है।

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