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कोलकाता में पहली बार दिखाई जाएगी Controversial फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’, डायरेक्टर खुद दर्शकों से होंगे रूबरू

कोलकाता में शनिवार को पहली बार विवादास्पद और बहुचर्चित फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी। इस मौके पर फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री खुद मौजूद रहेंगे और दर्शकों से रूबरू भी होंगे।

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YBN News
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THEBENGALFILE Photograph: (THEBENGALFILE)

कोलकाता। कोलकाता में शनिवार को पहली बार विवादास्पद और बहुचर्चित फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी। इस मौके पर फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री खुद मौजूद रहेंगे और दर्शकों से रूबरू भी होंगे। फिल्म पश्चिम बंगाल की सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों और ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित बताई जा रही है। इससे पहले उनकी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने देशभर में बड़ी चर्चा बटोरी थी। अब ‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर भी लोगों में उत्सुकता और उम्मीदें काफी बढ़ी हुई हैं। माना जा रहा है कि इस प्रीमियर में फिल्मी हस्तियों और बुद्धिजीवियों की बड़ी संख्या मौजूद रहेगी। फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म रिलीज करने का अनुरोध करते हुए एक वीडियो भी जारी की थी बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के नाम ।

पहली बार फिल्म का प्रीमियर कोलकाता में

फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’पूरे देश में रिलीज हो चुकी है, लेकिन कोलकाता में इसे अभी तक रिलीज नहीं किया गया है। शनिवार यानी 13 सितंबर को कोलकाता में पहली बार इस फिल्म का प्रीमियर होने जा रहा है। इस दौरान फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री भी मौजूद रहेंगे। ‘द बंगाल फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और अभिनेत्री पल्लवी जोशी भी स्क्रीनिंग में उपस्थित रहेंगे। एनजीओ के अनुसार, फिल्म को राष्ट्रीय पुस्तकालय के भाषा भवन में दिखाया जाएगा। शो शाम 4 बजे शुरू होगा।

 स्क्रीनिंग 'खोला हवा' एनजीओ

मालूम हो कि कोलकाता में ‘द बंगाल फाइल्स’ की स्क्रीनिंग 'खोला हवा' एनजीओ करने जा रहा है। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस स्क्रीनिंग में प्रवेश केवल आमंत्रण पत्र के जरिए होगा।

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TheBengalFiles Photograph: (IANS)

इस बारे में बात करते हुए भाजपा नेता शिशिर बजरिया ने कहा, "खोला हवा एनजीओ कल 'द बंगाल फाइल्स' का प्रीमियर करेगा। नेशनल लाइब्रेरी के भाषा भवन में इसको बंगाल के कला प्रेमी देखेंगे। पश्चिम बंगाल की सरकार ने घोषित रोक तो इस पर नहीं लगाई है, लेकिन उन्होंने फिल्म पर अघोषित बैन लगाया है। आप इसको रोक नहीं सकते हैं। जिसकी इच्छा हो इसे देखे। ये कोई काल्पनिक फिल्म नहीं है। यह इतिहास पर आधारित मूवी है। जो यह फिल्म देखना चाहते हैं, वो बस इससे वंचित रह ना जाएं, हमारा यही प्रयास है। कोलकाता पुलिस कुछ भी कर ले अपने आकाओं को खुश करने के लिए, लेकिन जब जनता फिल्म देखने के लिए आगे आएगी, तो उन्हें रोकना संभव नहीं होगा।"

आईएमपीपीए का पीएम दी को पत्र 

मालूम हो कि कुछ दिनों पहले इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर फिल्म की स्क्रीनिंग के मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की थी। आईएमपीपीए का कहना है कि फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से वैधानिक मंजूरी मिलने के बावजूद, पश्चिम बंगाल राज्य में इसके सार्वजनिक प्रदर्शन को रोका जा रहा है।

 500 लोगों को मिला न्योता 

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वहीं एनजीओ के अध्यक्ष डॉ. स्वपन दासगुप्ता ने कहा, "यह बहुत ही अजीब है कि पूरे देश में इस फिल्म को रिलीज किया जा चुका है मगर पश्चिम बंगाल में ही इस फिल्म को नहीं दिखाया जा रहा है। इसलिए हमने ये छोटा सा कदम उठाया है ताकि यहां के लोग उसे देख सकें। वो फिल्म को पसंद करते हैं या नहीं यह उन पर निर्भर करता है। हमने 500 लोगों को न्योता भेजा है ताकि वो इसे देखें और अपने विचार साझा कर सकें।"

 (इनपुट-आईएएनएस)

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