गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश में अवैध, अपंजीकृत और नाबालिग चालकों द्वारा संचालित ई-रिक्शा के खिलाफ चल रहे प्रदेशव्यापी प्रवर्तन अभियान के चौथे दिन आज गाजियाबाद में प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया। इस अभियान के तहत गुरुवार को जिले में कुल 30 ई-रिक्शा वाहनों का चालान किया गया, जबकि 19 ई-रिक्शा को जप्त कर लिया गया।
यह अभियान 1 अप्रैल से शुरू हुआ था और अब तक गाजियाबाद संभाग में 429 वाहनों का चालान हो चुका है, साथ ही 278 वाहनों को बंद किया जा चुका है।
यह भी पढ़ें - 10 से 24 अप्रैल तक सिद्धार्थ विहार में लगेगा आधार कैंप,स्थानीय निवासियों के लिए सुविधा
अभियान का उद्देश्य और सख्ती
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) प्रवर्तन, गाजियाबाद के अधिकारी डी सिंह ने बताया कि यह अभियान 30 अप्रैल तक लगातार जारी रहेगा। उनका कहना है कि बिना उचित प्रपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस प्रमाणपत्र या पंजीकरण के संचालित हो रहे ई-रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित करना इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है। डी सिंह ने वाहन स्वामियों से अपील की है कि वे अपने वाहनों के दस्तावेजों को समय रहते ठीक करा लें और नियमों के अनुसार ही उनका संचालन करें, ताकि अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/04/X3cydVyWUAEdQXEpMBVX.jpg)
प्रवर्तन टीमों की बैठक
अभियान की प्रगति और प्रभावशीलता की समीक्षा के लिए आरटीओ प्रवर्तन ने गुरुवार को अपनी प्रवर्तन टीमों के साथ एक बैठक भी आयोजित की। इस बैठक में अभियान के अगले चरणों की रणनीति पर चर्चा हुई और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी वाहन को बख्शा न जाए।
यह भी पढ़ें - सकुशल संपन्न हुई जुम्मे की नमाज, शहर में लगी धारा 163
अधिकारियों ने बताया कि नाबालिग चालकों द्वारा ई-रिक्शा चलाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि सड़क पर अन्य लोगों के लिए भी खतरा पैदा करता है। इसके अलावा, अपंजीकृत और अयोग्य वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह कदम जरूरी है।
जनता से सहयोग की अपील
डी सिंह ने आम जनता और ई-रिक्शा मालिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि नियमों का पालन न करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढील नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अभियान के दौरान पकड़े गए उल्लंघनकर्ताओं को जुर्माना और वाहन जब्ती के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/04/SxQg5IthSClHlWrWn8IS.jpg)
यह अभियान न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि शहर में अव्यवस्थित यातायात को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित हो रहा है। गाजियाबाद के नागरिकों ने इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे सड़कों पर अनुशासन और सुरक्षा में सुधार होगा।
यह भी पढ़ें - नई आबकारी नीति में क्या है नियमावली, जानते हैं आबकारी अधिकारी संजय सिंह से
new traffic rules