गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद से BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर लगातार योगी सरकार के अफसरों पर निशाना साधते रहे हैं, कभी गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर के खिलाफ वह हमलावर होकर बोलते रहे हैं तो कभी प्रदेश के मुख्य सचिव पर भी बोलने से वह पीछे नहीं हटे। अब भाजपा विधायक ने महाकुंभ में हुई घटना के लिए प्रदेश के चीफ सेकेट्री को जिम्मेदार ठहराया है।
लोनी सीट से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा- हमें यह अंदाजा नहीं था कि निर्धारित 40 करोड़ से ज्यादा 50 करोड़ तक लोग पहुंच जाएंगे। क्या यह 50 करोड़ की संख्या कहने भर के लिए थी?
जब तक एक दो अधिकारी जेल नहीं जाएंगे, NSA का मुकदमा दर्ज नहीं होगा यह हादसा नहीं, हत्या हुई है।
चीफ़ सेकेट्री जिम्मेदार हैं
UP के चीफ सेक्रेटरी का ध्यान सिर्फ लूट करने में है। चीफ सेक्रेटरी के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज हो, उन्हें इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
क्या अधिकारियों व उनकी पत्नी और बच्चों के लिए करोड़ों लोगों को रोक दिया जाएगा?
अपनी पत्नी को नहलाने के लिए रास्ते बंद किए, भाजपा विधायक ने कहा कि अधिकारियों ने वीआईपी के चक्कर में- डीआईजी, आईजी व प्रमुख सचिव की पत्नी को नहलाने के चक्कर में रास्ते बंद किए।
मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल कर रहे हैं
ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जहां इन अधिकारियों की पत्नी को वीआईपी स्नान किया। यह मुख्यमंत्री की छवि, व भाजपा की छवि को खराब करने के लिए यह किया है। यह सब सपा के इशारे पर किया है। इनके ऊपर मुकदमे दर्ज हों, जिन्होंने रोक रोकर वीआईपी स्नान कराया। हम भी स्नान करने गए, और भी विधायक गए हैं। एक भी सिपाही हमारे साथ नहीं था।
विधायक का प्रोटोकॉल चीफ सेकेट्री से बड़ा होता है।
जब हम भी अकेले स्नान को गए, इस हादसे के जिम्मेदार यह अधिकारी हैं। इतनी भीड़ वहां रुक गई, जिसके कारण यह घटना हुई। भीड़ जो जुटी इससे वह फट गया। इसके जिम्मेदार अधिकारी हैं। चीफ सेकेट्री पूरे एडमिस्टिरेशन का मुखिया है। चाहे पुलिस हो या प्रशासन हो। भगदड़ में मौत की संख्या को लेकर कहा कि हमारे पास कोई आंकड़ा नहीं है। जो हुआ है वह बहुत गलत हुआ है। योगी जी को बदनाम करने के लिए यह हुआ है।
25 दिन पहले भी बोला था हमला
'हमारी सरकार में रोज 50 हजार गाय कट रही हैं। अधिकारी पैसा खा रहे हैं। लूट मची हुई है। इन सबके मुखिया चीफ सेक्रेटरी हैं। उनमें इतनी ताकत है कि मेरी हत्या करा दें। इसकी तैयारी भी हो चुकी है। सांसद -विधायकों के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ।'
5 जनवरी को कहीं यह बातें
उन्होंने कहा- सीएम योगी की बात को अफसर नहीं सुन रहे। वो 3 बार कह चुके हैं कि काम न कर पाने वाले अफसरों को हटाया जाएगा। इसके बाद भी पुलिस कमिश्नर हट नहीं रहे हैं। मैं ग्राउंड पर गया।
पुलिस नहीं करती कार्यवाही
वहां गोकशी हो रही थी। पहले जब गाय पकड़ी जाती थीं, तो थाने चौकी पर कार्रवाई होती थी। थाना प्रभारी सस्पेंड होते थे। चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई होती थी। लेकिन अब कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे साफ होता है कि पुलिस मिली हुई है। पहले भी हम गायों को बचाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ते रहे हैं। हमारे हर कार्यकर्ता इस लड़ाई में है। लेकिन अब सुनवाई नहीं हो रही है।
नोएडा में गाय का मांस पकड़ा गया है। बताया गया कि साहिबाबाद फैक्ट्री में आ रहा। यह अखबारों में छप रहा। सामने आ रहा है कि गोकशी हो रही है। जब यह बात प्रमाणित होती है तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही। पुलिस कमिश्नर कहते हैं- चीफ सेक्रेटरी का आशीर्वाद है, गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा, बोलते हैं कि चीफ सेक्रेटरी का आशीर्वाद है। कहते हैं कि जो हम चाहेंगे वही होगा। नैतिकता के आधार पर चीफ सेक्रेटरी रिजाइन दें। इससे पूरे देश में मैसेज जाएगा। सीएम को भी ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।