ट्रांस हिंडन, बाईबीएन संवाददाता। कौशांबी की एक वृद्धा ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। जिसमें पूर्वांचल के बाहुबली तिवारी बंधुओं के रिश्तेदारों पर आरोप लगाया है कि वह आतंक फैलाकर उनका जीवन नरकीय कर रहे हैं। आए दिन दबंगता दिखा कर उन्हें डरा धमका रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बाहुबली MLA Ritlal Yadav पर कसता शिकंजा: बेऊर से भागलपुर जेल शिफ्ट, रंगदारी केस की जांच हुई तेज
गाजियाबाद जिले में कोई सुनवाई नहीं होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 10 अप्रैल को भेजे पत्र में अनिल कुमार जैन निवासी डी 12 कौशांबी ने कहा कि उनकी पत्नी मृदुला जैन ने आपको बहुत पत्र लिखे उसमें आपको सब लिखा जो अभियुक्त अवध राज तिवारी, सुमित त्यागी इनके परिवार ने मुझ पर और मेरी पत्नी पर व मेरे परिवार के साथ किया, मगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। आरोपी 18.10.2023 से गुंडागर्दी, माफियागिरी, औरतों से गंदा व्यवहार, तोड़फोड़ कर रहे हैं, शिकायतें की जाती हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई निदान नहीं होता। अभियुक्त बाहुबली, बड़े नेता हरिशंकर तिवारी और भीष्म शंकर तिवारी के रिश्तेदार हैं, उन्ही से 16.10.2023 को पहले व दूसरे फ्लोर की रजिस्ट्री करवाई है। श्रीमती रीमा त्रिपाठी पत्नी भीष्म शंकर तिवारी ने रजिस्ट्री की। यह परिवार CBI और ED की रडार पर है।
Mokama लौटे बाहुबली Anant Singh, बोले- 20 दिन में जेल से बाहर, चुनावी टिकट पक्का
मेरे फ्लैट खरीदकर पूरी बिल्डिंग का मालिक बनना चाह रहे
भीष्म शंकर तिवारी मेरे फ्लोर भी खरीदना चाहते थे और पूरी बिल्डिंग के मालिक बनना चाहते थे, मगर मैंने नहीं बेचे। अब उन्हीं के रिश्तेदार पूरी तरह माफियागिरी करके हमें पलायन करने पर मजबूर कर रहे हैं। गजियाबाद पुलिस व प्रशासन का इन्हें पूरा सहयोग है, इनसे मिले हैं। पुलिस में 18.10.2023 से शिकायते की समाधान नहीं हुआ फिर आपको शिकायत की मगर आप की शिकायते जन सुनवाई में जाती है वहां से गाजियाबाद पुलिस थाने में। पुलिस अभियुक्त को बचा रही है। मारपीट, गुंडागर्दी, बदतमीजी अभियुक्त कर रहे है और हमारे खिलाफ लिख रहे है। लिखते हैं कि अनिल जैन से तंग आकर श्रीमती रीमा त्रिपाठी ने फ्लोर बेचे। क्या मैं बुजुर्ग आदमी, शरीफ खानदान अभियुक्त को तंग कर सकता है या इनका कुछ बिगाड़ सकता हूं।
पुलिस मिली हुई है और मेरे पूरे परिवार को फंसाया गया
साफ है कि पुलिस इनसे मिली है इनके हक में बात करती है। मारपीट, गुंडागर्दी, बदलमीजी अभियुक्त कर रहे है और पुलिस मेरे परिवार को फसा रही है इनकी मिलीभगत देखिये। पहले मेरे बेटे को फसाया, फिर मेरे दामाद को फसाया और फिर मुझे फसाया। अब पुलिस लिखती है कि मुकदमें चल रहे है वह कुछ नहीं करेगी, यानि की अब साफ है कि शिकायते भी बेकार है। अभियुक्त पर हमने पहले मुकदमे किये, हमारे हक में स्टे मिले यदि इलाहाबाद हाईकोर्ट भी गये तो वहां से भी स्टे मिला। मेरी उमर 75 साल व पत्नी 70 साल की है। हम बाहुबलियों से लड़ पायेंगे बेटा, बहू, बच्चे सब जैन लोग है, शरारती नहीं है। अभियुक्त पूरा परिवार हर तरह की गुंडागर्दी आदि से युक्त है। कई बार मारा कि मैं परिवार समेत डरकर भाग जाऊं। पेशाब, एसिड, मल आदि पूरे ग्राउण्ड पर डाल रहें, नलों में टंकी का पानी नहीं, पानी का एक कनेक्शन तोड़ दिया, अपने कमरे में कई महीने से हम नहीं सोए।