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सोलर विलेज
बिजली बिल की बचत करने के लिए अब लोग सोलर पावर की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। बड़े शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सोलर पावर के प्रति लोगों में काफी जागरुकता देखी जा रही है।
सरकार भी सोलर पावर को बढ़ावा देने के लिए तमाम कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित एक गांव को सोलर विलेज बनाने की कवायद शुरू की गई है।
गांव में मौजूद सभी 550 घरों को सोलर पावर से एंपेनल किया जाएगा। हालांकि, किसी भी ग्रामवासी को अपने घर में सोलर पावर लगवाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं चुकाना होगा।
ये गाँव होगा पहल सोलर विलेज
IAS अधिकारी अभिनव गोपाल के नेतृत्व में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत मुरादनगर के कुम्हेडा गांव को सोलर विलेज बनाया जा रहा है। गांव में तकरीबन 550 घर हैं।
सभी घरों में सोलर पावर प्लांट इंस्टॉल किए जाएंगे। दो किलोवाट का सोलर पावर प्लांट प्रत्येक घर में लगाया जाएगा। गाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल के मुताबिक प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के पोर्टल पर ग्रामवासियों द्वारा आवेदन किया जाएगा।
योजना का लाभ लेने के लिए ग्राम वासियों को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
ग्रामीणों में है काफी उत्साह
अभिनव गोपाल ने बताया कुम्हेडा गांव कैंप लगाकर तकरीबन एक सप्ताह में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया था।
गांव में ग्राम चौपाल का आयोजन कर लोगों को इस योजना के बारे में समझाया गया है। योजना का लाभ लेने के लिए ग्रामवासी काफी उत्साहित है। कार्य को पूर्ण करने के लिए दो महीने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत पोर्टल पर अप्लाई करने के दौरान कनेक्शन की कुल लागत लाभार्थी को जमा करनी होती है। दो किलोवाट के कनेक्शन की कुल लागत एक लाख 20 हजार रुपए है। लाभार्थियों का लोन अकाउंट खुलवाया जाएगा। लोन अकाउंट के माध्यम से लाभार्थी तीस हजार रुपए योजना का लाभ लेने के लिए जमा करेंगे।
बचे हुए 90 हज़ार रुपए CSIR के माध्यम से लाभार्थी को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इस तरह से लाभार्थी एक लाख 20 हजार रुपए जमा करेगा। दो किलोवाट की कनेक्शन पर तीस हजार रुपए की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है।
सरकार से मिलने वाली तीस हजार की सब्सिडी को लोन अकाउंट में सैटल किया जाएगा। तकरीबन तीन महीने में योजना की सब्सिडी लाभार्थी के खाते में पहुंच जाती है। इस प्रकार लाभार्थी के यहां निशुल्क दो किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लग सकेगा।
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पूरे प्रदेश में बनेगा उदाहरण
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बढ़ते बिजली बिलों की समस्या से ग्राम वासियों को काफी निजात मिलेगी। माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने के बाद प्रदेश के अन्य गांव भी प्रोत्साहित होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में सोलर क्रांति लाने के लिए यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा। पीएम सूर्य घर योजना के माध्यम से लोगों को अपनी छतों पर सोलर पैनल लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।