/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/24/RL48V3yGx63MCUsVPaII.png)
File photo
ऑनलाइन ठगों ने अब बच्चों को भी अपने जाल में फंसाना शुरू कर दिया है! गाजियाबाद के सादत नगर इकला में साइबर अपराधियों ने एक नया खेल रचा, जहां बच्चों के पसंदीदा ‘कुकु एफएम’ ऐप के नाम पर 74,650 रुपये की ठगी कर डाली। यह कहानी न केवल साइबर ठगी का नया चेहरा दिखाती है, बल्कि एक सवाल भी छोड़ती है क्या अब बच्चों के मासूम सपनों को भी ठगों से बचाने का वक्त आ गया है? आइए, इस हटकर कहानी में डुबकी लगाएं, जहां ठगों ने बच्चों की मासूमियत को बनाया हथियार!
कैसे फंसा ठगी का जाल?
सादत नगर इकला के रहने वाले राजकुमार के घर में बच्चे अपने मोबाइल पर गेम का लुत्फ उठा रहे थे। इस दौरान उन्होंने ‘कुकु एफएफ’ नाम का एक मोबाइल ऐप डाउनलोड कर लिया, जो बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय है। लेकिन खेल-खेल में ठगों ने ऐसा दांव खेला कि राजकुमार का बैंक खाता खाली हो गया! एक अज्ञात कॉलर ने बच्चों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि इस ऐप की सेवा के लिए हर महीने 399 रुपये का चार्ज लगेगा। लेकिन, घबराइए नहीं, हम आपको मुफ्त सेवा देंगे! यह कहकर कॉलर ने बच्चों को व्हाट्सएप कॉल करने को कहा।
कॉलर ने बच्चों को लालच देकर पे-टीएम ऐप खोलने और अपने मोबाइल नंबर के पहले पांच अंक डालने को कहा। मासूम बच्चों ने बिना कुछ सोचे-समझे कॉलर के निर्देशों का पालन किया और मोबाइल नंबर के पहले पांच अंक 74650 डाल दिए। बस, यही उनकी भूल थी! ठगों ने चालाकी से इन अंकों को एक राशि के रूप में इस्तेमाल किया और पलक झपकते ही राजकुमार के बैंक खाते से 74,650 रुपये उड़ा लिए।
मैसेज ने खोली ठगी की पोल
जब राजकुमार के मोबाइल पर बैंक से रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया, तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत मामले की जांच की और पाया कि यह एक सुनियोजित साइबर ठगी थी। स्थानीय निवासी अनिल कुमार ने तंज कसते हुए कहा, ठगों ने बच्चों को लॉलीपॉप की तरह लालच दिया और खाते से लाखों उड़ा लिए! अब तो बच्चों को भी साइबर सुरक्षा की क्लास लेनी पड़ेगी!
एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल ने बताया कि इस मामले में सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66डी (कम्प्यूटर संसाधनों से पैसे ट्रांसफर करने) के तहत अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने व्हाट्सएप कॉल और पे-टीएम ट्रांजैक्शन की डिटेल्स खंगालना शुरू कर दिया है। एसीपी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही ठगों को पकड़ लिया जाएगा।
बच्चों को ठगने का नया ‘खेल’
यह घटना गाजियाबाद में साइबर ठगी का एक नया और खतरनाक रूप उजागर करती है। पहले ठग बुजुर्गों या कम तकनीकी जानकारी वाले लोगों को निशाना बनाते थे, लेकिन अब वे बच्चों की मासूमियत को हथियार बना रहे हैं। कुकु एफएम जैसे ऐप्स, जो बच्चों के लिए गेम और मनोरंजन का जरिया हैं, अब ठगों के लिए लालच का हथियार बन गए हैं। एक स्थानीय अभिभावक, रीना, ने गुस्से में कहा, हम बच्चों को मोबाइल देते हैं ताकि वे पढ़ाई और मनोरंजन करें, लेकिन अब ठगों ने इसे जाल बना लिया। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए!
साइबर ठगी से बचने की सीख
यह घटना हर परिवार के लिए एक सबक है। एसीपी प्रियाश्री पाल ने लोगों से अपील की कि वे बच्चों को मोबाइल और ऑनलाइन ऐप्स के इस्तेमाल के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दें। “किसी भी अनजान कॉलर के कहने पर ओटीपी, पिन, या कोई नंबर न डालें। बच्चों को भी साइबर जागरूकता सिखाएं,” उन्होंने कहा। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि माता-पिता बच्चों के मोबाइल में पेमेंट ऐप्स को लॉक रखें और अनजान कॉल्स या मैसेज से सतर्क रहें।
ghaziabad | BJP Ghaziabad | BJP MP protest Ghaziabad | Ghaziabad administration | Ghaziabad District Hospital | Ghaziabad Crime News | ghaziabad dm | Ghaziabad Field reporting | ghaziabad latest news | ghaziabad news | Ghaziabad news today | ghaziabad police | Ghaziabad Police Case | Ghaziabad protest | Ghaziabad Reactions | Ghaziabad Reporting | Ghaziabad Viral News