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Ghaziabad Crime- पुलिस का "फिल्मी एक्शन": लुटेरे का पीछा, मुठभेड़ और सनसनीखेज गिरफ्तारी!

यह घटना गाजियाबाद की सड़कों पर बढ़ते अपराध और पुलिस की मुस्तैदी की कहानी है। प्रवीण जैसे अपराधी भले ही सलाखों के पीछे पहुंच जाएं, लेकिन असली चुनौती है ऐसी घटनाओं को जड़ से खत्म करना। तब तक, गाजियाबाद पुलिस का यह "फिल्मी एक्शन"

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Kapil Mehra
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

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गाजियाबाद के वेव सिटी थाना क्षेत्र में कल की रात एक ऐसा हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ, जो किसी बॉलीवुड फिल्म के सीन से कम नहीं था। रात के सन्नाटे में मोटरसाइकिल पर सवार एक लुटेरे को पकड़ने के लिए पुलिस ने न सिर्फ उसका पीछा किया, बल्कि मुठभेड़ में उसे घायल कर धर दबोचा। इस ऑपरेशन में पुलिस ने न केवल लुटेरे को गिरफ्तार किया, बल्कि उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस, मोटरसाइकिल और लूट के 1600 रुपये भी बरामद किए। 

फोटो जर्नलिस्ट सुनील कुमार

पुलिस की चेकिंग और लुटेरे की बौखलाहट

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वेव सिटी थाना पुलिस की टीम आपराधिक घटनाओं पर लगाम कसने के लिए रूटीन चेकिंग में जुटी थी। जगदम्बा मातृउमा मंदिर के पास आदित्य वर्ल्ड सिटी में पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच शुरू की। तभी अर्बन होम सोसाइटी की तरफ से एक काले रंग की स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर सवार शख्स दिखा।

पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन वह शख्स एकदम यू-टर्न लेकर शाहपुर बम्हैटा गांव की ओर तेज रफ्तार से भागने लगा।पुलिस को शक हुआ कि मामला गड़बड़ है। बिना देर किए पुलिस ने मोटरसाइकिल का पीछा शुरू किया। कुछ ही दूरी पर लुटेरे की मोटरसाइकिल एक बंद पुलिया से टकराकर धड़ाम से गिरी। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। गिरने के बाद भी लुटेरे ने हार नहीं मानी। उसने तमंचा निकाला और पुलिस पर फायर कर दिया, वो भी जान से मारने की नीयत से!

फोटो जर्नलिस्ट सुनील कुमार

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पुलिस का जवाबी हमला और लुटेरे की हार

पुलिस ने पहले लुटेरे को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी, लेकिन वह नहीं माना। आखिरकार, पुलिस को आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। न्यूनतम बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने लुटेरे के दाहिने पैर में गोली मारी, जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने उसे तुरंत काबू में कर लिया।पकड़े गए शख्स ने अपना नाम प्रवीण उर्फ परविंद्र (25 वर्ष) बताया, जो गाजियाबाद के बयाना गांव का रहने वाला है। घायल लुटेरे को प्राथमिक उपचार के लिए डासना सीएचसी भेजा गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

पूछताछ में खुला लूट का कच्चा चिट्ठा

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पूछताछ में प्रवीण ने कई सनसनीखेज खुलासे किए। उसने बताया कि वह अपने साथी पंकज के साथ मिलकर गाजियाबाद में चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देता था। उसने कबूल किया कि उसने पंकज के साथ मिलकर आदित्य वर्ल्ड सिटी के पास एक व्यक्ति से 1800 रुपये और एक मोबाइल लूटा था। विरोध करने पर उसने पीड़ित को घायल भी किया। लूटे गए मोबाइल को उसने लालकुआं पर 2000 रुपये में बेच दिया, जिसमें से 400 रुपये खर्च कर चुका था। बाकी 1600 रुपये पुलिस ने उसके पास से बरामद किए।

फोटो जर्नलिस्ट सुनील कुमार

लुटेरे का आपराधिक इतिहास

प्रवीण कोई नया खिलाड़ी नहीं है। वह पहले भी कई बार जेल की हवा खा चुका है। गाजियाबाद कमिश्नरेट में उसके खिलाफ चोरी और लूट से जुड़े 5 मामले दर्ज हैं। पुलिस उसका और आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

पुलिस की तारीफ और सवाल

वेव सिटी पुलिस की इस कार्रवाई की लोग तारीफ कर रहे हैं। जिस तरह से पुलिस ने लुटेरे का पीछा किया और मुठभेड़ में उसे पकड़ा, वह काबिल-ए-तारीफ है। हालांकि, कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। क्या प्रवीण का साथी पंकज अभी भी फरार है? क्या पुलिस उसे भी जल्द पकड़ेगी? और सबसे बड़ा सवाल- गाजियाबाद में ऐसी वारदातों को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जाएंगे?

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