Advertisment

Ghaziabad-जरा याद करो कुर्बानी, 14 फरवरी को सूना रहा शहीद पथ

14 फरवरी, 2019 वह तारीख जिसे देश कभी नहीं भूल सकता। पुलवामा आतंकी हमले को भले ही 6 साल बीत गए हों। लेकिन इसकी कसक और दर्द आज भी लोगों के जहन में ताजा है।

author-image
Kapil Mehra
फोटो बाय गूगल

पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की फोटो

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

Advertisment

जहां 14 फरवरी को युवा प्यार का पर्व मनाते हैं वही ये दिन भारत के इतिहास में 40 जवानों को अमर कर गया।

क्यों हम अपनी खुशियों में पुलवामा के शहीद जवानों भूल जाते हैं जिनके बलिदान की वजह से हम आज की सुबह देख पा रहे हैं।

आज है 15 फरवरी हैं , प्रेमी जोड़ों ने जहां एक दिन पहले प्यार के पर्व वैलेंटाइन डे को मनाया, वही शायद ये वहीं युवा है जिन्हें हम देश का भविष्य कहते है ये युवा यह भी भूल गए की 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों द्वारा देश को 40 जख्म दिए थे।

Advertisment

फिर बदलने वाला है मौसम का मिज़ाज, वापस आ रही है सर्दी

शाहिद पथ रहा सूना 

गाजियाबाद की नवयुग मार्केट स्थित शहीद पथ जहां देश पर बलिदान हुए शहीदों की मूर्तियां लगाकर स्मारक बनाकर उन्हें सम्मान दिया गया था, वह 14 फरवरी को रहा सूना, फ़ोटो वाले समाजसेवी, स्वयं घोषित राष्ट्रीय अध्यक्ष व चाटुकार नेताओं को नहीं आई याद की पुराने शहर में भी है "शहीद पथ" जहां 15 अगस्त 26 जनवरी को नेताओं की भीड़ शहीदों की मूर्ति के सामने फोटो खींचने के लिए होड़ में लगी होती है वही शायद वही नेता 14 फरवरी 2019 की घटना को शायद भूल गए।

Advertisment

वो कला दिन

14 फरवरी 2019 को, जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सी०आर०पी०एफ० के वाहनों के काफिले पर आतंकवादी द्वारा आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें देश के 40 जवान शहीद हुए थे। यह हमला जम्मू और कश्मीर के पुलवामा ज़िले के अवन्तिपोरा के निकट लेथपोरा इलाके में हुआ था।

मिज़ोरम राज्यपाल जनरल वीके सिंह ने किया गाजियाबाद में ओपन जिम का लोकार्पण

Advertisment

कैसे हुआ था हमला

अवंतीपोरा के गोरीपोरा के पास पर एक वाहन काफिले में शामिल बसों के बिल्कुल किनारे से होकर गुजर रहा था।

सुरक्षा में तैनात जवान कार सवार को बार-बार काफिले से दूर रहने के लिए कह रहे थे। लेकिन कार सवार इस एनाउंटमेंट को नजरअंदाज कर रहा था। जवान कुछ समझ पाते उससे पहले कार ने काफिले में शामिल बस में टक्कर मार दी। जिसके बाद तेज विस्फोट हुआ और इस हमले में 40 जवान बलिदान हो गए।

यह धमाका इतना खतरनाक था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। उस दौरान पुलवामा के आसपास का वातावरण आग और धुएं से ढक गया था। हमले में 40 जवान बलिदान हुए थे।

कथित हिंदूवादियों का पार्कों में हुडदंग, दर्ज हो रही FIR

एयर स्ट्राइक 

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के ठीक 12 दिन बाद 25 फरवरी की देर रात भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की। इस हमले में वायु सेना ने पाकिस्तान के तकरीबन 300 आतंकियों को मार गिराया।

सरकारी दावे के अनुसार, वायुसेना के फाइटर विमानों ने इलाके में आतंकियों के कैंपों पर करीब एक हजार किलो बम गिराए। इस कार्रवाई की पाकिस्तान को भनक तक नहीं लगी थी। हमले को बालाकोट एयर स्ट्राइक का नाम दिया गया था। 

Advertisment
Advertisment