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Ghaziabad- विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने दिया प्रदेश अध्यक्ष को ज़बाब, लेटर हुआ वायरल

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने दिया कारण बताओं नोटिस का जवाब, लेटर हुआ वायरल, क्या जवाब से संतुष्ट हो पाएगा बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व ? क्या अब नहीं हो पाएगी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर कोई कार्रवाई ?

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Kapil Mehra
फोटो जर्नलिस्ट सुनील कुमार
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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता 

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लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने उन्हें मिले नोटिस का ज़बाब आज एक लेटर जारी कर दिया है, सोशल मीडिया पर लेटर हुआ वायरल आइए समझते है कि किस तरह विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने आप को डिफेंड किया।

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क्या खास लिखा इस लेटर में....

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माननीय प्रदेश अध्यक्ष जी, उत्तर प्रदेश भाजपा, लखनऊ।

सादर नमस्कार

आपका कारण बताओ नोटिस प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया कि मेरे द्वारा सरकार के खिलाफ बयान दिया गया। इस संबंध में मैं कहना चाहता हूँ कि मैं 1989 से संघ का स्वयंसेवक हूँ।

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मैं छात्रसंघ अध्यक्ष, युवा मोर्चा की राष्ट्रीय टीम, किसान मोर्चा की राष्ट्रीय टीम, क्षेत्रीय समिति का सदस्य, गाजियाबाद का जिला अध्यक्ष और बागपत जिले का प्रभारी रहा हूँ। इस दौरान मैंने दिन-रात पार्टी के लिए परिश्रम किया है।

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मेरा प्रत्येक वक्तव्य और कृत्य राष्ट्रधर्म, गौ रक्षा, हिंदुत्व और सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना के प्रति समर्पित रहा है। मैं भाजपा का अनुशासित एवं समर्पित कार्यकर्ता हूँ भाजपा मेरे लिए प्राणों के समान है।

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इसी विचारधारा के अनुरूप, वर्ष 2010 से (बसपा शासनकाल) से रामकथा का आयोजन हो रहा है, जो पूज्य अतुल कृष्ण भारद्वाज जी (संघ के पूर्व प्रचारक एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता) द्वारा किया जाता है।

ये तीन दशकों से राम-नाम के द्वारा हिंदू समाज को जागृत कर रहे हैं। इसी परंपरा के अंतर्गत दिनांक 20/03/2025 को रामकथा की कलश यात्रा प्रारंभ हुई। यात्रा के दौरान मेरे सिर पर हिंदुओं के सबसे पवित्रतम ग्रंथ श्री रामचरितमानस था,ल।

इसके बावजूद पुलिस ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए लाठीचार्ज किया। इस दौरान महिलाओं के वस्त्र फट गए, कलश टूट गए, और मेरे साथ ऐसी अभद्रता हुई कि मेरे कपड़े भी फट गए और मैं जमीन पर गिर पड़ा।

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जिसमें दर्जनों भाई-बहनों के चोट आई, जिनकी एमएलसी भी बनी है। लेकिन मैंने अपनी जान की परवाह किए बिना, नशे में धुत पुलिस अधिकारी द्वारा पवित्र रामचरितमानस को छीनकर फाड़ने की कोशिश से इसे बचाया।

"जब जानकी नाथ सहाय करे तब,कौन बिगार करे जग माही||"

फोटो जर्नलिस्ट सुनील कुमार

मैंने हाथ जोडकर सभी से शांति की अपील की, अन्यथा 11 हजार कलश लेकर चल रही माताएँ-बहनें और हजारों पुरुष आक्रोशित थे, जिससे बड़ा टकराव हो सकता था।

लेकिन भगवान की कृपा से मैंने स्थिति को सँभाला और यात्रा पूरी करवाई, कलश यात्रा पर हर धर्म और जाति के लोगों ने हर वर्ष की भाँति पुष्प वर्षा की। बसपा, सपा और पिछले वर्ष तक मेरी भाजपा सरकार में भी कभी कलश यात्रा की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

किंतु इस बार यात्रा रोकने और पुलिस द्वारा की गई बर्बरता से देश-विदेश के करोड़ों हिंदुओं में आक्रोश है। लखनऊ के एक आईपीएस अधिकारी ने मुझे सूचना दी थी कि पुलिस कलश यात्रा को अनुमति न होने का बहाना बनाकर रोकेगी। यदि यात्रा निकालने पर जोर दिया गया तो लाठीचार्ज किया जाएगा, और यदि स्थिति बिगड़ी तो गोली मारकर मेरी हत्या कर दी जाएगी।

यह पूरा षड्यंत्र एक बड़े अधिकारी द्वारा रचा गया था। मैंने एहतियात के तौर पर क्ड से अनुमति पत्र प्राप्त करने के बाद ही यात्रा प्रारंभकी (अनुमति पत्र संलग्न)। बावजूद इसके, पुलिस अधिकारियों को अनुमति पत्र देने के बाद भी उन्होंने माता बहनो के साथ बर्बरता की जोकि उपवास में थी और नंगे पैर चल रही थी।

मुझे पहले ही उन तीन मुस्लिम युवकों ने बता दिया था जिन्हें पुलिस ने बुलाकर यात्रा पर पथराव करने और दंगा भड़काने की योजना बनाई थी। अधिकारियों ने इन लोगों से कहा था कि छतों से पत्थर फेंक देना, जिससे बवाल होगा और पुलिस गोली चलाने का बहाना बनाकर मेरी हत्या कर देगी।

ये था विधायक नंदकिशोर गुर्जर का वो लेटर जो उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को ज़बाब के रूप में दिया है।

बरहाल ये लेटर तो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, पर क्या विधायक जी की भावनाएं बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व समझ पाएगा ?

क्या शीर्ष नेतृत्व किसी बड़ी करवाई से परहेज़ कर पाएगा ? 

खैर ये तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन देखने वाली बात यह है कि लोनी नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा जो वीडियो की राजनीति से दूर रहते हैं, वो कुछ दिन पूर्व एक वीडियो जारी कर तहलका मचा देते है तथाकथित वीडियो के अनुसार मनोज धामा उक्त वीडियो में ये बोलते हुए दिखाई दे रहे है कि लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर को उनके आशीर्वाद की वजह से जीत का स्वाद मिला था।

क्या बीजेपी आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए लोनी में कोई नया चेहरा तलाश कर रही है ?

क्या आने वाले समय में नंद किशोर गुर्जर बागी होने वाले है ?

क्या विधानसभा 2027 में नंद किशोर गुर्जर का टिकट भी कट सकता है ?

सवाल तो बहुत है पर ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि बीजेपी गाजियाबाद की राजनीति में क्या कुछ बड़ा करने वाली है।

 

 

 

 

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