गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
वसुंधरा के सेक्टर 7 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का सेटेलाइट सेंटर बनने जा रहा है। लोगों की सहूलियत और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सेंटर के पास एलिवेटेड रोड पर प्रवेश और निकास करने के लिए मार्ग बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने किया था एलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनाने की घोषणा की थी। पिछले दिनों लखनऊ में आवास एवं विकास परिषद की हुई बोर्ड बैठक में सेंटर के लिए जमीन देने का प्रस्ताव रखा गया था।
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प्रस्ताव पास होते हुए सेक्टर सात में सेंटर बनने पर मुहर लग गई थी। इसी प्रस्ताव में एलिवेटेड रोड पर दिल्ली से आने और दिल्ली जाने के लिए निकास और प्रवेश मार्ग बनाने का भी प्रावधान किया गया है।
एलिवेटेड रोड से होगा कनैक्ट
एलिवेटेड रोड पर दिल्ली जाते हुए इंदिरापुरम में निकास और दिल्ली से आने वाले मार्ग पर वसुंधरा से प्रवेश की सुविधा है। वसुंधरा और इंदिरापुरम से दिल्ली जाने और दिल्ली से आ रहे लोगों के लिए यहां उतरने की सुविधा नहीं है।
प्रवेश और निकास मार्ग बनने से यहां आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों के लिए सहूलियत होगी। गाजियाबाद के साथ नोएडा, दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्र, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़ के मरीज भी यहां आएंगे। ऐसे में कनेक्टिविटी मजबूत होने से मरीजों को सेंटर तक आने में आसानी होगी।
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बनाएगा कौन ?
एम्स के सेटेलाइट सेंटर की जमीन के प्रस्ताव में प्रवेश और निकास मार्ग बनाने का जिक्र तो है, लेकिन इसे कौन बनाएगा, यह शासन से ही तय होगा। निर्माण की जिम्मेदारी तय होने के बाद फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद एस्टीमेट बनाने का कार्य शुरू होगा। अजय कुमार मित्तल, अधीक्षण अभियंता, आवास एवं विकास परिषद ने कहा, ''एलिवेटेड रोड पर प्रवेश और निकास मार्ग बनने से सेंटर की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। निर्माण की जिम्मेदारी शासन से ही तय होगी।
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