गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
मास्टर प्लान 2031 जिले के कई इलाकों की काया पलटने वाला है. इसमें डासना, लोनी और मोदीनगर जैसे इलाकों को विकसित करने के साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा करने की भी योजना है।
डासना, मुरादनगर और मोदीनगर की बदलेगी तस्वीर
डासना, मुराद नगर से मोदी नगर तक बदलेगी तस्वीर, महाजाम-प्रदूषण से मिलेगी निजात। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) जल्द ही मास्टर प्लान 2031 को लागू करने जा रहा है. इसकी तैयारी शासन स्तर पर अंतिम चरण में है। वर्तमान मास्टर प्लान की अवधि 31 दिसंबर 2024 को समाप्त हो चुकी है. ऐसे में नए मास्टर प्लान को जल्द से जल्द लागू करने की प्रक्रिया चल रही है।पहली बार गाजियाबाद के लिए जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम (GIS) आधारित मास्टर प्लान तैयार किया गया है. इसे 2018 से तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
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पांच हज़ार घर बनेंगे
इस मास्टर प्लान को केंद्र सरकार की एजेंसी डीडीएफ कंसल्टेंट ने तैयार किया है, जिसे अब अंतिम मंजूरी के लिए शासकीय समिति को भेजा गया है।जानकारी के मुताबिक दुहाई रेपिड रेल डिपो के पास 908 हेक्टेयर भूमि पर विशेष विकसित क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा. रेपिड रेल कॉरिडोर के साथ-साथ नई टाउनशिप विकसित की जाएगी जिसमें 5000 घर बसाए जाएंगे।
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लोनी में बनेगा हब
नया मास्टर प्लान लागू होने से गाजियाबाद, डासना, मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी में करीब 130 हेक्टेयर भूमि का भू-उपयोग बदल जाएगा. लोनी के फतेहबाद निथोरा और डासना में लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा। नए मास्टर प्लान के तहत रियल एस्टेट और उद्यम क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, मेट्रो रेड के पास 482 हेक्टेयर भूमि और ब्लू लाइन के किनारे 154 हेक्टेयर भूमि पर टीओडी जोन घोषित किए जाएंगे, जिससे 500-500 मीटर के दायरे में मिश्रित भूमि उपयोग की अनुमति मिलेगी।
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