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"रहिमन पानी रखियो बिन पानी सब सुन"
महाकवि रहीम का यह दोहा गाजियाबाद में पीने के पानी की समस्या को चरित्रार्थ कर रहा है। क्योंकि पानी के पीने की एक बड़ी समस्या गाजियाबाद की जनता को झेलनी पड़ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी हाई राइज बिल्डिंग में लगातार छापे मारी कर पीने के पानी के नमूने चेक कर रही है।
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स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया नोटिस
वसुंधरा सेक्टर 18 स्थित गार्डेनिया गीतांजलि सोसाइटी में पीने के पानी की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंताएं सामने आई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 फरवरी को लिए गए तीनों पानी के सैंपल जांच में फेल हो गए। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आर.के. गुप्ता के अनुसार, विभाग ने सोसाइटी प्रबंधन को नोटिस जारी कर चेतावनी दी थी।
कैसे होगा समस्या का निस्तारण
सोसाइटी प्रबंधन ने पेयजल की समस्याओं को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया था, लेकिन वादे के अनुरूप कार्य नहीं किया गया। पानी के टैंकों की नियमित सफाई और क्लोरिनेशन जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की अनदेखी की गई।
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स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 10 फरवरी को चार और पानी के सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
हजारों लोगों की जान से खिलवाड़
यह मामला सोसाइटी में रहने वाले हजारों निवासियों के स्वास्थ्य से जुड़ा है। खराब पानी की गुणवत्ता से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि नए सैंपल भी फेल होते हैं, तो सोसाइटी प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नहीं करता है स्वास्थ्य विभाग कड़ी कार्रवाई
आमतौर पर कई बार देखा गया है कि विभिन्न सोसाइटी एवं रेस्टोरेंट आदि में पानी के नमूने फेल हो गए लेकिन ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सिर्फ नोटिस जारी कर अपना पल्ला झाड़ लेता है।
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ऐसे में संभावना व्यक्त की जा रही है कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ कल जरूर है क्योंकि लगातार नमूने फेल होने के बावजूद भी ऐसा देखने को नहीं मिला कि स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा जुर्माना या कोई अन्य कड़ी कार्रवाई की हो।