Advertisment

Success : गाजियाबाद की बेटी बनी जज, जनपद का किया नाम रोशन

शहर के अवंतिका क्षेत्र में रहने वाले एडवोकेट जितेंद्र सिंह चौधरी की बेटी मुनमुन चौधरी ने हरियाणा पीसीएस जे की परीक्षा उतार कर सिविल जज जूनियर डिवीजन का पद हासिल किया है.

author-image
Syed Ali Mehndi
Judge

Photo by Google

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता।

Advertisment

कहते हैं की पूत के पांव पालने में नजर आ जाते हैं इसी तरह का एक मामला गाजियाबाद में आया जहां एक बेटी ने हरियाणा में पीसीएस जे की परीक्षा पास करते हुए जज बनने का सफर तय किया परिजनों को मुताबिक बिटिया बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी और एकाग्र होकर अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर प्रयास करती थी।

सार्वजनिक जगह पर शराब पीने वाले हो जाएं सावधान

यूपी की बेटी ने हरियाणा में गाड़ा झंडा

Advertisment

शहर के अवंतिका क्षेत्र में रहने वाले एडवोकेट जितेंद्र सिंह चौधरी की बेटी मुनमुन चौधरी ने हरियाणा पीसीएस जे की परीक्षा उतार कर सिविल जज जूनियर डिवीजन का पद हासिल किया है।

लोनी वासियों को खुशखबरी, लोनी मेट्रो में आपका स्वागत है

जिसके चलते उनके परिवार में खुशी का माहौल है। इस संबंध में जितेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी बेटी ने यूपी बिहार और दिल्ली में भी पीसीएस जे की प्रारंभिक एवं मेंन परीक्षा उत्तीर्ण की थी जहां इंटरव्यू में उन्हें सफलता नहीं मिली थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हरियाणा पीसीएस जे में दूसरे अटेम्प्ट में यह सफलता प्राप्त की।

Advertisment

मुनमुन चौधरी

साइंस से स्नातक एवं डीयू से किया लॉ 

मुनमुन चौधरी ने गाजियाबाद की राम चमेली चढ़ा विश्वास कॉलेज से बीएससी बायो की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 16 घंटे एकाग्र होकर अध्यनरत रहती थी।

Advertisment

महागुन ग्रुप पर GST विभाग की बड़ी कार्रवाई , पकड़ी 6.80 करोड़ की टैक्स चोरी

सिस्टमैटिक पढ़ाई से मिली सफलता

इस संबंध में मुनमुन चौधरी ने कहा कि उन्होंने सिलेबस को सिस्टमैटिक तरीके से विभाजित किया जिसके बाद उन्होंने क्रमवार पढ़ाई शुरू की ऐसे में लाइब्रेरी इंटरनेट एवं कुछ दोस्त उनके बेहद मददगार साबित हुए जब वह दिल्ली यूपी बिहार और हरियाणा में प्रथम अटेंप्ट के बाद इंटरव्यू में सिलेक्ट नहीं हो सकी तब उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर शुरू से शुरू किया।

हिंडन एयर बेस में पकड़ा गया तेंदुआ, वन विभाग ने छोड़ा राजा जी टाइगर रिजर्व में

पिता है अधिवक्ता माता थी पार्षद 

मुनमुन चौधरी के पिता अधिवक्ता है जो की 30 साल से गाजियाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं वहीं उनकी माता राजनीति क्षेत्र में थी जिनका देहांत 2009 में हो गया इनकी माता शशि वाला चौधरी निगम में पार्षद थी। जिनकी मृत्यु के बाद घर काफी अस्त-व्यस्त हो गया था लेकिन जितेंद्र चौधरी ने अपनी बेटी की लगन देखते हुए उसे हमेशा पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

Advertisment
Advertisment