गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता।
कहते हैं की पूत के पांव पालने में नजर आ जाते हैं इसी तरह का एक मामला गाजियाबाद में आया जहां एक बेटी ने हरियाणा में पीसीएस जे की परीक्षा पास करते हुए जज बनने का सफर तय किया परिजनों को मुताबिक बिटिया बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी और एकाग्र होकर अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर प्रयास करती थी।
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यूपी की बेटी ने हरियाणा में गाड़ा झंडा
शहर के अवंतिका क्षेत्र में रहने वाले एडवोकेट जितेंद्र सिंह चौधरी की बेटी मुनमुन चौधरी ने हरियाणा पीसीएस जे की परीक्षा उतार कर सिविल जज जूनियर डिवीजन का पद हासिल किया है।
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जिसके चलते उनके परिवार में खुशी का माहौल है। इस संबंध में जितेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी बेटी ने यूपी बिहार और दिल्ली में भी पीसीएस जे की प्रारंभिक एवं मेंन परीक्षा उत्तीर्ण की थी जहां इंटरव्यू में उन्हें सफलता नहीं मिली थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और हरियाणा पीसीएस जे में दूसरे अटेम्प्ट में यह सफलता प्राप्त की।
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साइंस से स्नातक एवं डीयू से किया लॉ
मुनमुन चौधरी ने गाजियाबाद की राम चमेली चढ़ा विश्वास कॉलेज से बीएससी बायो की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 16 घंटे एकाग्र होकर अध्यनरत रहती थी।
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सिस्टमैटिक पढ़ाई से मिली सफलता
इस संबंध में मुनमुन चौधरी ने कहा कि उन्होंने सिलेबस को सिस्टमैटिक तरीके से विभाजित किया जिसके बाद उन्होंने क्रमवार पढ़ाई शुरू की ऐसे में लाइब्रेरी इंटरनेट एवं कुछ दोस्त उनके बेहद मददगार साबित हुए जब वह दिल्ली यूपी बिहार और हरियाणा में प्रथम अटेंप्ट के बाद इंटरव्यू में सिलेक्ट नहीं हो सकी तब उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर शुरू से शुरू किया।
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पिता है अधिवक्ता माता थी पार्षद
मुनमुन चौधरी के पिता अधिवक्ता है जो की 30 साल से गाजियाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं वहीं उनकी माता राजनीति क्षेत्र में थी जिनका देहांत 2009 में हो गया इनकी माता शशि वाला चौधरी निगम में पार्षद थी। जिनकी मृत्यु के बाद घर काफी अस्त-व्यस्त हो गया था लेकिन जितेंद्र चौधरी ने अपनी बेटी की लगन देखते हुए उसे हमेशा पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।