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bZTfMRhyQoATfQFvQex5 Photograph: (ians)
नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में मक्के की रोटी न केवल स्वाद बढ़ाती है, बल्कि यह सेहत का खजाना भी है। इसकी तासीर गर्म होती है, जो शरीर को अंदर से गर्म रखकर ठंड से बचाती है और दिन भर ऊर्जा बनाए रखती है। मक्के की रोटी में फाइबर की प्रचुरता होती है, जो पाचन को दुरुस्त करती है और कब्ज जैसी पेट की समस्याओं से राहत दिलाती है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और वजन घटाने में भी सहायक है, क्योंकि इसे खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इसके अलावा, यह विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो आँखों की रोशनी और इम्यूनिटी को मजबूत करती है।
कई पोषक तत्वों से भरपूर
मालूम हो कि सर्दियां आते ही खाने की थाली रंगीन हो जाती है। इसके साथ मक्के की रोटी के सेवन से दिमाग तेज होता है, हैप्पी हॉर्मोन बनते हैं, स्किन चमकदार बनी रहती है और शरीर में रक्त का संचार सही तरीके से होता है। हरी सब्जियां और गाजर पारंपरिक थाली की शान बढ़ाते हैं। इसके साथ ही शरीर को गर्म रखने के लिए बाजरे और मक्के की रोटी भी थाली में शामिल हो जाती है। मक्के की रोटी सिर्फ स्वाद में लाजवाब नहीं होती, बल्कि ये कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
थर्मल एक्टिविटी को बढ़ाता
ये शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करती है। तो चलिए आज आपको बताते हैं कि क्यों सर्दियों में मक्के की रोटी का सेवन करना चाहिए।
मक्का में भरपूर मात्रा में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स होता है, जो शरीर की थर्मल एक्टिविटी को बढ़ाता है। इससे शरीर अंदर से गर्म रहता है और भरपूर ऊर्जा भी बनी रहती है। शीत ऋतु से बचने के लिए मक्के की रोटी का सेवन लाभकारी होगा। सर्दियों में अक्सर वजन तेजी से बढ़ता है, ऐसे में वजन को नियंत्रित करने के लिए भी मक्के की रोटी मदद करती है। मक्के की रोटी भारी होती है और एक बार खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। मक्के में फाइबर बहुत ज्यादा मात्रा में होता है, जिसकी वजह से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और पेट भी भरा रहता है।
मक्के की रोटी का सेवन
मक्के में घुलनशील फाइबर होता है, जो आसानी से आंतों में घुल जाता है। ऐसे में जिन लोगों के पेट से जुड़ी परेशानी जैसे गैस या कब्ज से जुड़ी परेशानियां होती हैं, उनके लिए मक्के की रोटी का सेवन करना अच्छा रहता है। घुलनशील फाइबर आंतों को साफ करने में मदद करता है और पेट की कब्ज को तोड़ता है। इसके साथ ही मक्के का सेवन करने से पाचन अग्नि भी तेज होती है और खाना अच्छे से पचता है।
कई खतरनाक बीमारियों से बचाते
मक्के में फाइबर के साथ पॉलीफेनोल्स भी होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। पॉलीफेनोल्स एक तरह का शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को कई खतरनाक बीमारियों से बचाते हैं। मक्के के सेवन से बढ़े कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित किया जा सकता है। मक्के में फाइटोन्यूट्रियंट्स गुण भी होते हैं, जो शरीर में विटामिन डी के अवशोषण को तेज करते हैं। शरीर में विटामिन डी की पूर्ति तभी हो पाती है, जब कैल्शियम और बाकी यौगिक सही मात्रा में हों। इसलिए सर्दियों में मक्के की रोटी के साथ धूप बराबर मात्रा में लें।
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"
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