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yogaposess Photograph: (ians)
नई दिल्ली। सुबह उठते ही शरीर की जकड़न और थकान को दूर करने के लिए कुछ आसान योगासन बेहद फायदेमंद हैं। ताड़ासन, भुजंगासन, मार्जरी आसन और पश्चिमोत्तानासन से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। नियमित अभ्यास से रक्त संचार बेहतर होता है और मानसिक तनाव कम होता है। सुबह खाली पेट या हल्के स्नान के बाद इन आसनों का अभ्यास करने से पूरे दिन ताजगी और ऊर्जा बनी रहती है। योग के साथ गहरी सांसों का अभ्यास (प्राणायाम) करें, जिससे शरीर और मन दोनों को संतुलन और शांति मिलती है।
शरीर और मन दोनों को संतुलन
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुबह उठते ही शरीर में अकड़न और थकान महसूस होना आम बात है। लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल के सामने बैठना, रात को पर्याप्त नींद न लेना और अनियमित खान-पान जैसे कारण हमारी सेहत पर असर डालते हैं। ऐसे में योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी हो गया है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक समग्र जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित बनाए रखती है। योग के नियमित अभ्यास से न केवल मांसपेशियां लचीली और मजबूत होती हैं, बल्कि पाचन, दिल और फेफड़े जैसे अंग भी स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा, यह मानसिक तनाव को कम करता है। आयुष मंत्रालय के मुताबिक, योगासन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह मसल्स स्ट्रेचिंग और जॉइंट मूवमेंट को बेहतर बनाए रखता है।
पर्वतासन:
इस प्रक्रिया से शरीर ऊर्जावान महसूस करता है और दिनभर थकान कम रहती है। इस आसन में शरीर को सीधा और स्थिर रखने की प्रक्रिया मांसपेशियों में स्ट्रेचिंग और रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाती है। जब हम हाथों को ऊपर की ओर उठाते हैं, तो कंधों और बाजुओं की मांसपेशियां खिंचती हैं। यह खिंचाव रक्त संचार को बेहतर बनाता है और मांसपेशियों में जकड़न को दूर करता है।
शलभासन:
यह आसन अलग प्रकार से शरीर को लाभ पहुंचाता है। इसमें पीठ के बल लेटकर पैरों को ऊपर उठाने की प्रक्रिया रीढ़ और कमर की मांसपेशियों को सक्रिय करती है। जब पैरों को ऊपर उठाया जाता है, तो यह पेट और कमर की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इससे रीढ़ की हड्डी भी लचीली बनती है और लंबे समय तक बैठने या काम करने के कारण होने वाली थकान और दर्द में राहत मिलती है। इसके अलावा, यह प्रक्रिया रक्त संचार को बढ़ाती है और हृदय को भी स्वस्थ रखती है।
नौकासन:
नौकासन से शरीर का संतुलन बेहतर होता है, और लंबे समय तक खड़े रहने या चलने में आसानी होती है। इस आसन में शरीर का संतुलन और शक्ति बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। जब हम हाथों और पैरों को एक साथ ऊपर उठाते हैं और शरीर को छाती से ऊपर उठाते हैं, तो पेट की मांसपेशियों और सीने के आसपास मांसपेशियों में स्ट्रेच होता है। यह प्रक्रिया पाचन तंत्र को सक्रिय करती है और शरीर में ऊर्जा का संचार करती है।
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"
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