/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/05/yogatime-2025-11-05-13-36-57.jpg)
Yogatime Photograph: (ians)
नई दिल्ली। मौसम के बदलते ही सर्दी-खांसी जैसी बीमारियांलोगों को जल्दी जकड़ लेती हैं। बदलते तापमान में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में योग और प्राणायाम से इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाया जा सकता है। कपालभाति, अनुलोम-विलोम और भस्त्रिका जैसे आसन फेफड़ों को स्वस्थ रखते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं। साथ ही सूर्य नमस्कार और त्रिकोणासन जैसे योगासन शरीर की ऊर्जा को संतुलित करते हैं। नियमित योगाभ्यास से न केवल सर्दी-खांसी से राहत मिलती है बल्कि समग्र स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
ठंड की दस्तक
ठंड की दस्तक के साथ-साथ हवा में भी ठिठुरन बढ़ने लगी है। ऐसे बदलते मौसम में गले में खराश, बार-बार छींक आना और पूरे शरीर में दर्द महसूस होना आम बात है। ऐसे मौसम में रोजाना योग करने से शरीर के अंदरूनी अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति और पोषक तत्वों का पहुंचना आसान हो जाता है। इससे फेफड़े मजबूत बनते हैं, पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और रक्त संचार सुचारु रूप से चलता है।
आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार, योगाभ्यास इम्यूनिटी को बूस्ट करने का प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। आइए जानते हैं कुछ चुनिंदा योगासनों के बारे में, जो सर्दी-जुकाम को दूर भगाने में माहिर हैं।
शीर्षासन:
इस आसन में जब आप खड़े होते हैं, तो पूरे शरीर का रक्त प्रवाह सिर की ओर होता है। इससे दिमाग, आंखें, नाक और कान तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचती है। यह आसन सर्दी, जुकाम और सिरदर्द से राहत देने के साथ-साथ पूरे तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है। इस मौसम में योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और बीमारियों को कहें अलविदा!
हलासन:
पैरों को सिर के पीछे ले जाकर किया जाने वाला यह आसन शरीर की नसों और मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग करता है। साथ ही, पाचन तंत्र सक्रिय हो जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है। थकान और मानसिक तनाव कम होता है।
मत्स्यासन:
इस योगासन में शरीर मछली के आकार में आ जाता है। यह आसन छाती के बलगम को बाहर निकालने में सहायक होता है। जब आप इस आसन में सांसें गहराई से लेते हैं, तो फेफड़ों की क्षमता धीरे-धीरे बढ़ती है और सर्दी-जुकाम से जल्दी राहत मिलती है।
अधोमुख श्वानासन:
इस आसन को करने के लिए शरीर को उल्टे 'वी' आकार में लाया जाता है, जिससे रक्त प्रवाह सिर और छाती की ओर बेहतर होता है। यह मुद्रा नाक और फेफड़ों की सफाई में मदद करती है और सांस लेने की क्षमता को सुधारती है। इससे गले और छाती में जमा कफ बाहर निकलता है और सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इन आसनों को सुबह खाली पेट, योग प्रशिक्षक की देखरेख में शुरू करें। नियमित अभ्यास से न केवल इम्यूनिटी चमकेगी, बल्कि पूरा शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बनेगा। इस मौसम में योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और बीमारियों को कहें अलविदा!
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us