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बिना यात्रा किए भी हो सकता है 'इंटरनल जेट लैग', सावधान, हो सकता है डिप्रेशन का कारण

"जेट लैग" शब्द सुनते ही, हमारे मन में लंबी हवाई यात्राओं के बाद की थकावट, नींद में गड़बड़ी और चिड़चिड़ापन की तस्वीर उभरती है। लेकिन अब एक चौंकाने वाला शोध सामने आया है, जो यह बताता है कि बिना किसी यात्रा के भी इंसान 'इंटरनल जेट लैग' का शिकार हो सकता है।

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Mukesh Pandit
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जब भी हम "जेट लैग"शब्द सुनते हैं, हमारे मन में लंबी हवाई यात्राओं के बाद की थकावट, नींद में गड़बड़ी और चिड़चिड़ापन की तस्वीर उभरती है। लेकिन अब एक चौंकाने वाला शोध सामने आया है, जो यह बताता है कि बिना किसी यात्रा के भी इंसान 'इंटरनल जेट लैग' का शिकार हो सकता है — और यह स्थिति गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कि डिप्रेशन, मेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर से जुड़ी हो सकती है।

 क्या है 'इंटरनल जेट लैग'?

इंटरनल जेट लैग का तात्पर्य है: हमारी शरीर की आंतरिक घड़ी यानी सर्कैडियन रिदम का असंतुलन, जो आमतौर पर नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करता है।
जब यह चक्र गड़बड़ा जाता है, तो व्यक्ति को थकान, मूड स्विंग्स, बेचैनी, अनिद्रा और कई मानसिक लक्षण महसूस हो सकते हैं, ठीक उसी तरह जैसे लंबी हवाई यात्रा के बाद होता है।

शोध में क्या सामने आया?

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यह शोध ऑस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय में किया गया। शोधकर्ता जोआन कारपेंटर के नेतृत्व में की गई इस स्टडी में पाया गया कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहुंचे कुछ युवाओं में जेट लैग जैसे लक्षण दिखे, 
जबकि उन्होंने किसी तरह की यात्रा नहीं की थी।

इस अध्ययन में इन युवाओं के शरीर के तापमान, कोर्टिसोल और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन स्तर की जांच की गई, जो सर्कैडियन रिदम को प्रभावित करते हैं।
 23% प्रतिभागियों में सर्कैडियन रिदम में गड़बड़ी पाई गई, जिसे इंटरनल जेट लैग कहा गया।.

 इसके क्या  हो सकते हैं प्रभाव?

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  1. अध्ययन में यह बात स्पष्ट हुई कि इंटरनल जेट लैग:
  2. डिप्रेशन (लगातार उदासी, ऊर्जा की कमी|
  3. मेनिया (जरूरत से ज्यादा उत्तेजना, नींद की कमी|
  4. इपोलर डिसऑर्डर (मूड का बार-बार बदलना)
    जैसी मानसिक स्थितियों से सीधा जुड़ा हो सकता है|

समाधान क्या है?

शोधकर्ताओं का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य उपचार में बायोलॉजिकल क्लॉक को संतुलित करना अत्यंत आवश्यक है।
 इसके लिए कुछ प्रमुख उपायों का सुझाव दिया गया है:-

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  1. लाइट थेरेपी: शरीर की घड़ी को फिर से संतुलन में लाने के लिए कृत्रिम प्रकाश का उपयोग|
  2. नियमित नींद का समय: हर दिन एक ही समय पर सोना और उठना|
  3. मेलाटोनिन सप्लीमेंट: नींद बढ़ाने वाला हार्मोन मेलाटोनिन सप्लीमेंट के रूप में लेन|

क्यों है यह शोध महत्वपूर्ण?

आज के दौर में, जब युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, यह शोध एक नई दिशा दिखाता है।  यह केवल दवाओं पर निर्भर न रहकर, लाइफस्टाइल और सर्कैडियन रिदम के संतुलन को प्राथमिकता देने की ओर इशारा करता है।

यह शोध हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम भले ही कहीं यात्रा न करें, लेकिन हमारी लाइफस्टाइल, रातों को देर तक जागना, स्क्रीन टाइम, और अनियमित दिनचर्या हमारी आंतरिक जैविक घड़ी को गड़बड़ा सकती है। इसलिए, मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए हमें अपनी स्लीप हाइजीन और डेली रूटीन को सुधारना होगा| Internal Jet Lag | HEALTH | get healthy | get healthy body | Health Advice | Health Awareness | Health and Fitness 
आईएएनएस

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