Advertisment

पैर पसार रहा Oral Cancer, Non Smoker भी आ रहे चपेट में

कैंसर पूरी दुनिया में एक बढती हुई बीमारी है। हाल ही में शोधकर्ताओं ने बताया कि ओरल कैंसर गैर धूम्रपान वालों में भी हो सकता है। नया शोध चिंता बढाने वाला है।

author-image
Suraj Kumar
Oral Cancer
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्‍ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

हाल ही में कैंसर को लेकर बडा दावा सामने आया है, जिसमें बताया जा रहा है कि गैर धू्म्रपान लोगों में भी कैंसर का खतरा हो सकता है।  स्टडी में यह बात सामने आई है कि जो लोग तंबाकू का सेवन नहीं भी करते हैं उन्हें भी ओरल कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। आपको बता दें कि मुंह का कैंसर, जिसे ओरल कैंसर भी कहते हैं। इसके कारण मुंह के आस –पास की कोशिकाएं बढने लगती हैं। 

शोध में सामने आई ये बात

भारत में ओरल कैंसर के मामलों लगातार बढ रहे हैं। ये खासकर उन लोगों में अधिक हो रहा है जिनका पिछले समय में कोई भी कैंसर से रिलेटेड बीमारी नहीं रही है। VPS Lakeshore Hospital द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डेटा जारी किया गया है, जो उसके प्रमुख और गर्दन विभाग द्वारा किए गए शोध पर आधारित था। वीपीएस लेकशोर अस्पताल, केरल के कोच्चि में स्थित एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल है। यह अस्पताल वीपीएस हेल्थकेयर का हिस्सा है  यह अस्पताल, केरल के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है। 

Advertisment

इस अस्प्ताल के अध्ययन के अनुसार हाल के वर्षों में देखे गए मुंह के कैंसर के 57 प्रतिशत मामले में ऐसे थे जिनकी कोई Tobacco History नहीं थी। चौंकाने वाली बात यह है कि ये लोग अल्कोहल यानि शराब का भी सेवन नहीं करते थे। 

महिलाए हैं सबसे ज्‍यादा पीडित

इससे सबसे ज्‍यादा महिलाएं प्रभावित हो रही है। डॉक्टरों की स्टडी में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। शोध में पाया गया कि प्रभावित व्यक्तियों में से 75.5 प्रतिशत पुरुष थे, जबकि 24.5 प्रतिशत महिलाएं थीं। यानि कि जो पुरुष तंबाकू या शराब का सेवन भी नहीं कर रहे थे वह Oral Cancer से प्रभावित थे। 

Advertisment

आंकडें हैं चिंताजनक 

रिसर्च में जिन लोगों को मुंह का कैंसर आया है। यह लोग तंबाकू और शराब का सेवन नहीं करते थे। यह देखकर डॉक्टर काफी हैरान हुए हैं। क्योंकि अभी तक यह कहा जाता था कि तंबाकू और शराब के सेवन से ही मुंह का कैंसर जन्म लेता है। रिसर्च में यह भी नोट किया गया कि 58.9 प्रतिशत रोगियों में कम संक्रमण था, जिनमें से 30 प्रतिशत कई गंभीर स्थितियों से पीड़ित थे।

यह भी देखें: Cancer से बचाएगी शरीर की ID3+ टी सेल्‍स, वैज्ञानिकों ने किया बडा दावा

Advertisment

Advertisment
Advertisment