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इजरायल में खसरे का गंभीर प्रकोप: खसरे से 10 की मौत, तेजी से वैक्सीनेशन की मांग

इजरायल में बीते कुछ समय से खसरा का प्रकोप शुरू हो गया है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक 18 महीने के बच्चे की खसरे से मौत हो गई है। खसरे का प्रकोप इस साल अप्रैल में शुरू हुआ। इसकी वजह से अब तक 10 मौत हो चुकी है।

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YBN News
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measles Photograph: (ians)

 यरुशलम। इजरायल में खसरे  का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी चपेट में आकर अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में एक 18 महीने के बच्चे की खसरे की जटिलताओं के कारण मौत हो गई, जिसे टीका नहीं लगा था।इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि अप्रैल 2025 में शुरू हुए इस प्रकोप के अब तक 2,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। मरने वाले ज्यादातर पीड़ित ऐसे बच्चे थे जो स्वस्थ थे लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। मंत्रालय ने इस संक्रामक रोग के प्रसार को रोकने के लिए माता-पिता से तत्काल अपने बच्चों का टीकाकरण कराने और आउटब्रेक जोन में विशेष ध्यान देने की अपील की है।

खसरा का प्रकोप

इजरायल में बीते कुछ समय से खसरा का प्रकोप शुरू हो गया है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक 18 महीने के बच्चे की खसरे से मौत हो गई है। खसरे का प्रकोप इस साल अप्रैल में शुरू हुआ। इसकी वजह से अब तक 10 मौत हो चुकी है। ज्यादातर पीड़ित पहले से हेल्दी बच्चे थे, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। 

मालूम हो कि टिबेरियास के पास स्थित जाफोन मेडिकल सेंटर ने इस सिलसिले में कहा कि जिस बच्चे को वैक्सीन नहीं लगी थी, वह रविवार सुबह गंभीर हालत में इमरजेंसी रूम में पहुंचा। बच्चे को होश में लाने की कोशिश की गई, लेकिन कोशिशों के बावजूद उसकी मौत हो गई।

बच्चों का टीकाकरण

मंत्रालय की ओर से जारी डाटा के मुताबिक, अभी के प्रकोप में 2,000 से ज्यादा खसरा के मामलों की पुष्टि हुई है। ग्यारह मरीज हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जिनमें से दो गंभीर केयर में हैं। मंत्रालय ने माता-पिता से अपने बच्चों को वैक्सीन लगवाने की अपील की है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगर लक्षण दिखें या संक्रमण का शक हो तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।

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न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 12 शहरों और कई दूसरी जगहों को आउटब्रेक जोन की तरह तैयार किया है। इसके साथ ही उन इलाकों में बच्चों के लिए और वैक्सीनेशन की मांग की है।

तेजी से फैलने वाला वायरस

बता दें, खसरा तेजी से फैलने वाला वायरस है। इसके लक्षण के तौर पर बुखार, थकान, नाक बहना और पूरे शरीर पर रैश की दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा, कभी-कभी इससे गंभीर परेशानी या मौत भी हो सकती है। खसरा तब आसानी से फैलता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति सांस लेता है, खांसता है या छींकता है। यह किसी को भी हो सकता है, लेकिन यह बच्चों में सबसे आम है। इस बीमारी से ग्रसित होने या इसे दूसरे लोगों में फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका वैक्सीन लगवाना है। वैक्सीन सुरक्षित है और आपके शरीर को वायरस से लड़ने में मदद करती है।

बड़े पैमाने पर टीकाकरण

1963 में खसरा वैक्सीन आने और बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू होने से पहले, लगभग हर दो से तीन साल में बड़ी महामारी फैलती थी और हर साल लगभग 2.6 मिलियन मौतें होती थीं। एक सुरक्षित और सस्ती वैक्सीन होने के बावजूद, 2023 में खसरा से लगभग 107,500 लोगों की मौत हुई। इनमें ज्यादातर पांच साल से कम उम्र के बच्चे थे।

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खसरा के लक्षण

खसरा के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 10-14 दिन बाद शुरू होते हैं। एक बड़ा रैश सबसे ज्यादा दिखने वाला लक्षण है। शुरुआती लक्षण आमतौर पर 4-7 दिन तक रहते हैं। इनमें नाक बहना, खांसी, लाल और पानी वाली आंखें, और गालों के अंदर छोटे सफेद धब्बे शामिल हैं।

रैश संपर्क में आने के लगभग 7-18 दिन बाद शुरू होते हैं, आमतौर पर चेहरे और ऊपरी गर्दन पर। यह लगभग तीनों दिनों में फैलता है, और आखिर में हाथों और पैरों तक पहुंच जाता है। यह आमतौर पर 5-6 दिन तक रहता है और फिर गायब हो जाता है।

(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"

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