वाईबीएन नेटवर्क।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस एक आम समस्या बन गई है। हम से कुछ लोग इसे हल्के में लेते हैं, लेकिन ये हमारी मेंटल हेल्थ के साथ-साथ हमारी फिजिकल हेल्थ पर भी प्रभाव डाल सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि तनाव के चलते हमारी स्किन पर रैशेज हो सकते हैं। कई बार रैशेज का कारण तनाव होता है।
क्या कहते हैं डॉक्टर
साइकियाट्रिस्ट के मुताबिक जब हम तनाव महसूस करते हैं, तो शरीर में एक हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। यह हार्मोन हमारी त्वचा के डिफेन्स सिस्टम को कमजोर कर सकता है और त्वचा पर रैशेज या खुजली जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं, इसके अलावा, स्ट्रेस के दौरान हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है, जिससे स्किन के इन्फेक्शन और एलर्जी के चान्सेस बढ़ जाते हैं।
खाने-पीने की आदतों में गड़बड़ी
इसके अलावा, तनाव के कारण लोग अपने शरीर की देखभाल नहीं कर पाते हैं और खाने-पीने की आदतों में भी गड़बड़ी आ जाती है। इससे स्किन की स्थिति और खराब हो सकती है। कभी-कभी, मानसिक दबाव के कारण लोग अपनी स्किन को अधिक छेड़ते हैं, जिससे स्किन रैशेज़ और भी बढ़ सकते हैं।
क्या बरतें सावधानियाँ
तनाव को कम करने की कोशिश करें: सबसे पहले, तनाव को पहचानकर उसे कम करने की कोशिश करें। योग, मैडिटेशन और गहरी सांस लेना स्ट्रेस को कम करने के प्रभावी तरीके हैं। ये उपाय मानसिक शांति प्रदान करते हैं और त्वचा की समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
स्वस्थ आहार लें: शरीर को सही पोषण देना भी जरूरी है। ताजे फल, सब्जियां और पानी की अधिक मात्रा आपके शरीर और त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकती है। अस्वस्थ आहार से त्वचा पर रैशेज और अन्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
त्वचा की देखभाल करें: अपनी त्वचा की सही देखभाल करें। सौम्य और नॉन-एलेर्जिक स्किन प्रोडक्ट्स का उपयोग करें। खुजली और जलन को कम करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
फिजिकल एक्टिविटी: हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी, जैसे वॉक करना, स्किन के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती हैं, जो स्किन रैशेज के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती हैं।
तनाव न केवल शरीर में एक फिजिकल रिएक्शन को ट्रिगर करता है जो त्वचा को इफ़ेक्ट करता है बल्कि व्यवहार और आदतों को भी इफ़ेक्ट करता है जो त्वचा के स्वास्थ्य को खराब कर सकता है, जिससे दोनों के बीच एक मजबूत संबंध बनता है।