नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
HIV एक वाइरस है जो इंसान के इम्यूनिटी सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित करता है। अगर इसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो इससे एड्स का खतरा बढ़ जाता है। हाल ही में किए गए एक वैज्ञानिक शोध में यह दावा किया है कि एचआईवी से पीड़ित रोगी लम्बे समय तक जीवित रहते हैं, लेकिन उनमें हार्ट अटैक जैसे रोग भी बढ़ जाते हैं। अमेरकिन हार्ट ऐसोसिऐशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एचआईवी थैरेपी से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।
रिपोर्ट में सामने आई ये बात
एचआईवी से पीड़ित रोगियों पर शोधकर्ताओं ने चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि इससे हार्ट अटैक का खतरा अन्य रोगियों के मुकाबले 1.5 से 2 गुना तक बढ़ जाता है। अमेरिका में 120,000 रिटायर्ड सैनिकों पर किए अध्ययन में पाया गया है कि एचआईवी से पीड़ितों में मृत्यु का जोखिम 50 से 70 फीसदी तक बढ़ जाता है। जबकि गैर एचआईवी पीड़ितो मे हार्ट अटैक का खतरा 14 फीसदी तक होता है। पूरी दुनिया में हर साल 26 लाख लोग एचआईवी और हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। इससे मरीजों में उम्र बढने के साथ एड्स जैसी अन्य बीमारियां भी हो जाती हैं। हालांकि चिकित्सकों यह भी बताया कि एंटीरेट्रोवाइरल थैरेपी और दवाओं की सहायता से इससे बढ़ते प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
HIV - Human Imunodefeciency Virus इंसानों में कई तरह से फैलता है।
- इस रोग से पीड़ित व्यक्ति के साथ शारीरिक सम्बंध बनाने से
- पीडि़त मॉं के द्वारा बच्चे को दूध पिलाने पर भी यह फैलता है।
- किसी के साथ खाना खाने या अन्य तरह से किसी के सम्पर्क में आने से यह नहीं फैलता है।
HIV के लक्षण
- भूख कम लगना
- लगातार वजन घटना
- दस्त थकान
- न्यूमोनिया
- बुखार
एड्स एक लाइलाज बीमारी है। इससे बचाव ही इसका समाधान है।
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