टोरंटो/नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत और कनाडा के बीच बीते वर्ष बिगड़े संबंधों को फिर से सामान्य बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की कनाडा में हुई पहली द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों ने नई दिल्ली और ओटावा में नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति पर सहमति जताई है। इस निर्णय के साथ दोनों देश राजनयिक संवाद और सेवाएं बहाल करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, जिससे व्यापार, वीजा सेवाओं और आपसी संपर्क में राहत मिलने की उम्मीद है।
कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय ने जारी किया बयान
कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने कनाडा-भारत संबंधों की अहमियत को फिर से दोहराया है। उन्होंने आपसी सम्मान, कानून के शासन, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों के आधार पर संबंधों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी विस्तृत जानकारी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों नेताओं ने संबंधों में स्थिरता लाने के लिए संतुलित कूटनीतिक कदम उठाने पर सहमति जताई है। इसका पहला और अहम निर्णय नई दिल्ली और ओटावा में उच्चायुक्तों की बहाली है। उन्होंने कहा कि समय के साथ अन्य कूटनीतिक पहलों पर भी काम किया जाएगा, ताकि दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली हो और संवाद का नया अध्याय शुरू हो।
व्यापार, डिजिटल टेक्नोलॉजी और ऊर्जा पर होगा सहयोग
दोनों पक्षों ने व्यापार, कनेक्टिविटी और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने के लिए वरिष्ठ और कार्यकारी स्तर पर चर्चाएं फिर से शुरू करने पर सहमति जताई। मोदी-कार्नी बैठक में कई रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:
- स्वच्छ ऊर्जा और प्रौद्योगिकी
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- खाद्य सुरक्षा और सप्लाई चेन
- महत्वपूर्ण खनिज और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीति
मोदी ने दी कार्नी को चुनाव जीत की बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने मार्क कार्नी को चुनाव में शानदार जीत की बधाई दी और कहा कि भारत-कनाडा संबंधों में सामरिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, "भारत और कनाडा लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं और हमें मिलकर लोकतंत्र और मानवता को सशक्त बनाना होगा।"
कार्नी बोले- पीएम मोदी की मेजबानी करना सम्मान की बात
जी7 समिट के मौके पर हुई इस बैठक को लेकर पीएम कार्नी ने कहा, "पीएम मोदी की मेजबानी करना सम्मान की बात है। भारत 2018 से जी7 सम्मेलनों का हिस्सा रहा है और यह उसकी वैश्विक भूमिका को दर्शाता है। हम AI, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद जैसे विषयों पर भारत के साथ मिलकर कार्य करना चाहते हैं।"
निज्जर हत्याकांड से बिगड़े थे संबंध
बता दें कि 2023 में सिख कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा संबंधों में भारी तनाव आ गया था। उस समय कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हत्या के लिए भारत पर आरोप लगाए थे, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित किया और राजनयिक संवाद लगभग बंद हो गया था।
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