नई दिल्ली, आईएएनएस।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रविवार को सेना के काफिले पर हमले में पांच सैनिकों के मारे जाने की खबर है। हमले में 12 अन्य जवान घायल भी बताए जा रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार 'द डॉन' ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह हमला पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर (एफसी) के काफिले पर नोशाकी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर किया गया।
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बीएलए ने ली हमले की जिम्मेदारी
बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (बीएलए) ने इसकी जिम्मेदारी ली है। नोशाकी के एसएचओ जफरुल्लाह सुमलानी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह एक आत्मघाती हमला लगता है। एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को सेना के काफिले से टक्कर मार दी। टककर लगने के बाद हुए जबरदस्त विस्फोट में पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई और 12 जवान घायल हो गए।
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घायलों को नौशाकी के अस्पताल में भर्ती कराया
जानकारी के मुताबिक, घायलों को एफसी के शिविर और नोशाकी के एक अस्पताल में ले जाया गया है। एसएचओ ने अखबार को बताया कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की स्थिति गंभीर है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुग्ती ने इस हमले की निंदा की है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
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बलुचिस्तान की शांति से खेलने वालों अंजाम बुरा होगा
बलुचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुग्ती ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "बलूचिस्तान की शांति के साथ खेलने वालों का अंजाम अच्छा नहीं होगा। इन कायराना हमलों से हमारा मनोबल नहीं टूटेगा। बलूचिस्तान में आतंक के लिए कोई जगह नहीं है।" उन्होंने कहा कि जब तक सभी आतंकवादियों का खात्मा नहीं कर दिया जाता, यह लड़ाई जारी रहेगी।
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एक सप्ताह में पाकिस्तानी सेना पर दूसरा बड़ा हमला
एक सप्ताह के भीतर बलूचिस्तान में सेना के खिलाफ यह दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले बीएलए ने बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया था। बीएलए ने 20 सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। चौबीस घंटे से ज्यादा चले ऑपरेशन में करीब 350 लोगों को मुक्त कराया गया।