आजाद स्टेट की मांग कर रहे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लड़ाके ढीले पड़ने को तैयार नहीं हैं। एक ओर से जहां पाकिस्तानी सेना ने जफर एक्सप्रेस हाईजेक रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा करने का दावा किया है वहीं बीएलए ने कहा कि अभी भी कई ट्रेन यात्री हमारे कब्जे में हैं। बता दें कि प्रांत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ट्रेन बंधक संकट समाप्त करने का दावा बुधवार देर रात ही कर दिया था, हालांकि बृहस्पतिवार को नेशनल असेंबली में विपक्षियों के हंगामें के दौरान सरकार कोई जवाब नहीं दे पाई और इस मामले में चुप्पी साधना ही बेहतर समझा था।
सदन के बाद पीएम पहुंचे थे बलूचिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बलूचिस्तान पहुंचे और वहां की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उनके साथ डिप्टी पीएम मुहम्मद इशाक डार, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार, योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मीर खालिद मगसी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे। प्रधानमंत्री शरीफ का यह दौरा पाकिस्तानी सेना द्वारा संकट समाप्त करने के दावे के एक दिन बाद हुआ।
Pakistan Train Hijack: नेशनल असेंबली में विपक्षी आलोचना पर पाकिस्तान सरकार ने साधी 'चुप्पी'
मंगलवार को हाईजेक हुई थी जफर एक्सप्रेस
मंगलवार को बीएलए के लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जफर एक्सप्रेस पर हमला कर 200 से अधिक यात्रियों और सुरक्षा बलों के जवानों को बंधक बना लिया था। पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत पर झूठे आरोप लगाते हुए कहा था कि वह पड़ोसी देशों को अस्थिर करने की साजिश रच रहा है और वैश्विक स्तर पर हिंसा भड़का रहा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में हुआ ताजा आतंकी हमला भी विदेश में बैठे साजिशकर्ताओं द्वारा प्रायोजित था।
अफगानिस्तान से अंजाम दिए जाने का आरोप
प्रवक्ता ने कहा कि आतंकी लगातार अफगानिस्तान में स्थित अपने संपर्कों के साथ समन्वय कर रहे थे। पाकिस्तान लंबे समय से अफगान सरकार से मांग कर रहा है कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल बीएलए जैसे संगठनों के लिए न होने दे। इस घटना के बाद भी पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से हमले के योजनाकारों और धन मुहैया कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।