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Iran–Israel War से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल, भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर

ईरान-इजरायल संघर्ष और अमेरिकी हस्तक्षेप के बीच कच्चा तेल 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंचा। बावजूद इसके भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज कोई बदलाव नहीं। जानें कहां सबसे सस्ता मिल रहा है पेट्रोल-डीजल।

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Dhiraj Dhillon
Oil imports

Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।  : Iran Israel conflict 2025: पश्चिम एशिया में जारी Iran Israel war में अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद हालात और बिगड़ने की आशंका ने वैश्विक तेल बाजार में हलचल मचा दी है। कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं और यह 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है। ब्रेंट क्रूड अगस्त डिलीवरी वायदा भाव 2.61% की बढ़त के साथ 79.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, WTI क्रूड में भी 2.75% की तेजी दर्ज की गई और यह 75.87 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
Crude Oil imports
Photograph: (Google)

भारत में फिलहाल राहत, पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर

iran israel: कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
नई दिल्ली में पेट्रोल: ₹94.77 प्रति लीटर
नई दिल्ली में डीजल: ₹87.67 प्रति लीटर
Oil Crude imports
Photograph: (Google)

भारत में सबसे सस्ता पेट्रोल कहां मिल रहा है?

पोर्ट ब्लेयर ₹82.46
ईटानगर ₹90.87
सिलवासा ₹92.37
दमन ₹92.55
हरिद्वार ₹92.78
रुद्रपुर ₹92.94
उना ₹93.27
नैनीताल ₹93.41

भारत में सबसे सस्ता डीजल कहां मिल रहा है?

पोर्ट ब्लेयर ₹78.05
ईटानगर ₹80.38
जम्मू ₹81.32
कठुआ ₹81.97
उधमपुर ₹82.15
चंडीगढ़ ₹82.44
राजौरी ₹82.64

isreal Attack Iran Nuclear center

क्या भारत पर संकट का असर पड़ेगा?

Israel- Iran war: विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही ईरान पर अमेरिकी हमलों से होर्मुज जलडमरूमध्य की सुरक्षा खतरे में हो, लेकिन भारत की स्थिति फिलहाल मजबूत बनी हुई है। भारत की तेल आपूर्ति के वैकल्पिक स्रोत जैसे रूस, अमेरिका, ब्राजील, कतर और ऑस्ट्रेलिया सक्रिय हैं। रूसी तेल होर्मुज जलडमरूमध्य के बजाय स्वेज नहर, केप ऑफ गुड होप और प्रशांत मार्ग से आता है, जिससे सप्लाई में रुकावट नहीं है।

भारत ने रूस से बढ़ाया तेल आयात

Iran- Us Confrontation: जून, 2025 में भारत ने रूस से 20–22 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चा तेल आयात किया, जो बीते दो वर्षों का सबसे उच्चतम स्तर है। मई में यह आंकड़ा 19.6 लाख बैरल/दिन था। अमेरिका से भी आयात 2.80 लाख बीपीडी से बढ़कर 4.39 लाख बीपीडी हो गया है। वैश्विक स्तर पर तनाव भले ही बढ़ रहा हो, लेकिन भारत ने तेल आपूर्ति की रणनीति को बहुआयामी बनाए रखा है। फिलहाल आम जनता को राहत है, लेकिन मॉनसून के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक स्थिति आने वाले हफ्तों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर असर डाल सकती है।
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iran israel war Iran Israel conflict 2025
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