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Netanyahu ने Trump को शांति का प्रतीक पुरस्कार दिया, सांसदों ने ढाई मिनट तक तालियों से किया अभिवादन

हमास की कैद से जीवित बंधकों की रिहाई और गाज़ा संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल में ऐतिहासिक सम्मान मिला। इजरायली संसद (नेसेट) में उन्हें ढाई मिनट का स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया।

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Ranjana Sharma
Karva Chauth11 (21)

नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क :  हमास की कैद से जीवित बंधकों की रिहाई और गाजा संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल की संसद में सम्‍मानित किया गया है। सोमवार को जब ट्रंप ने इजरायल की संसद 'नेसेट' में कदम रखा तो वहां मौजूद सांसदों ने लगभग ढाई मिनट तक खड़े होकर तालियों से उनका स्वागत किया। यह स्वागत न सिर्फ कूटनीतिक था, बल्कि एक ऐसा भावनात्मक पल था, जिसने ट्रंप की भूमिका को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत किया।

शांति की पहल को मजबूती दी

ट्रंप जैसे ही नेसेट में प्रवेश कर मंच की ओर बढ़े, सभी सांसद अपनी सीटों से खड़े हो गए और देर तक तालियां बजती रहीं। यह स्वागत ना केवल ट्रंप के लिए था, बल्कि उस अमेरिका के लिए भी, जिसने मध्य-पूर्व में एक बार फिर शांति की पहल को मजबूती दी। यह सम्मान एक ऐसे समय में मिला है, जब गाजा पट्टी में हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं,और क्षेत्र पूरी तरह अस्थिरता से गुजर रहा है। नेसेट स्पीकर अमीर ओहाना ने ट्रंप के भाषण से पहले एक विशेष प्रस्तावना दी। उन्होंने कहा कि आज हम न केवल एक अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत कर रहे हैं, बल्कि उस नेता का अभिनंदन कर रहे हैं, जिसने एक बार फिर हमारी उम्मीदों को जमीन पर उतारा है।

सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं।

स्पीकर ओहाना ने ट्रंप की टीम के अहम सदस्यों का भी नाम लिया, जिन्होंने गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जेयर्ड कुशनर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ, पूर्व अमेरिकी राजदूत माइक हकाबी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का नाम लेकर संसद से उनके लिए भी सम्मान प्रकट करने की अपील की। सांसदों ने फिर से खड़े होकर तालियां बजाईं।
पीएम नेतन्याहू से मुलाकात और 'गोल्डन पीस कबूतर' का उपहार

इजरायल दौरे पर ट्रंप

इजरायल आगमन के बाद ट्रंप ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इस मुलाकात में गाजा संघर्षविराम, बंधकों की रिहाई, और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक के बाद नेतन्याहू ने ट्रंप को शांति का प्रतीक एक सुनहरा कबूतर  उपहार में भेंट किया। यह प्रतीकात्मक उपहार इजरायल की तरफ से ट्रंप को मध्य-पूर्व में शांति बहाली के प्रतीक के रूप में सम्मानित करने का इशारा था। नेतन्याहू ने कहा, आपने जो किया है, वह केवल कूटनीति नहीं है, यह मानवता की सेवा है।

ट्रंप बोले- शांति के लिए प्रतिबद्ध हूं

अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा, कि इजरायल हमेशा अमेरिका का मित्र रहा है और रहेगा। मेरा प्रयास है कि यह क्षेत्र बार-बार युद्ध की आग में न जले, बल्कि यहां के लोग सुरक्षा, विकास और स्थायित्व के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सभी पक्ष इच्छुक हों, तो शांति असंभव नहीं है। हमने बंधकों को छुड़ाया, संघर्ष रोका अब हमें स्थायी समाधान की ओर बढ़ना है, ट्रंप ने कहा। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब गाजा में इजरायल और हमास के बीच महीनों से जारी संघर्ष के कारण क्षेत्रीय अस्थिरता चरम पर है। हमास ने कई इजरायली नागरिकों को बंधक बना रखा था। ट्रंप की मध्यस्थता में अमेरिका ने कतर, मिस्र और अन्य देशों के साथ मिलकर एक सीमित संघर्षविराम और बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की। इससे इज़रायल में ट्रंप की लोकप्रियता और राजनीतिक कद में भारी इजाफा हुआ है।
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