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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की 'हत्या' की 'अफवाह' को लेकर जारी चर्चा के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख की बहन अलीमा खान ने अदियाला जेल सुपरिटेंडेंट और दूसरों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना ​​की याचिका दायर की है। पाकिस्तानी मीडिया ने जानकारी दी कि अलीमा खान ने आरोप लगाया है कि अदियाला जेल के सुपरिटेंडेंट ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट (आईएचसी) के उस आदेश का पालन नहीं किया, जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक के लिए हफ्ते में दो बार मुलाकात का शेड्यूल बनाने का निर्देश दिया गया था।
अफरीदी को गुरुवार को आठवीं बार इमरान खान से मिलने नहीं दिया
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट 'डॉन' ने शुक्रवार को बताया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने पीटीआई के कई दूसरे सदस्यों के साथ रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर रात भर धरना दिया, जहां इमरान खान 2023 से कैद हैं। वहीं, अलीमा खान ने याचिका दायर की है। पाकिस्तानी मीडिया की ओर से साझा जानकारी के अनुसार, अफरीदी को गुरुवार को आठवीं बार इमरान खान से मिलने नहीं दिया गया। अलीमा खान ने याचिका में अदियाला जेल सुपरिटेंडेंट अब्दुल गफूर अंजुम, सदर बेरोनी स्टेशन हाउस ऑफिस के राजा ऐजाज अजीम, फेडरल इंटीरियर सेक्रेटरी कैप्टन (रिटायर्ड) मुहम्मद खुर्रम आगा और पंजाब होम डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी नूरुल अमीन का नाम शामिल किया है।
इमरान के बेटे कासिम खान ने पिता के जिंदा होने के सबूत मांगे
आईएचसी ने इसी साल 24 मार्च को आदेश दिया था कि इमरान के लिए हफ्ते में दो बार मिलने का शेड्यूल फिर से शुरू किया जाए। इमरान खान की बहन ने याचिका में आईएचसी के इसी आदेश का जिक्र किया है। अलीमा खान ने मार्च में हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुसार अवमानना ​​की कार्रवाई शुरू करने और उसी हिसाब से सजा देने का अनुरोध किया। दूसरी ओर, इमरान के बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया पर पिता के जिंदा होने के सबूत मांगे और लिखा, "पिछले छह हफ्तों से, उन्हें पूरी तरह से अलग-थलग माहौल में डेथ सेल में रखा गया है। कोर्ट के साफ आदेशों के बावजूद उनकी बहनों को मुलाकात से रोक दिया गया है। कोई फोन कॉल नहीं, कोई मुलाकात नहीं और उनकी खैरियत की कोई खबर नहीं। मैं और मेरा भाई किसी भी तरह से पिता से संपर्क नहीं कर पाए हैं।
मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप करने की अपील की
इसके अलावा, कासिम ने आरोप लगाया कि इस स्तर की गोपनीयता कोई नियमित सुरक्षा उपाय नहीं है, बल्कि उनके पिता की हालत छिपाने और परिवार से बातचीत रोकने की जानबूझकर की गई कोशिश है।उन्होंने कहा, यह साफ कर दें कि पाकिस्तानी सरकार और उसके आका मेरे पिता की सुरक्षा और इस अमानवीय नतीजे के लिए पूरी कानूनी, नैतिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी लेंगे। इस पूरे मामले में कासिम ने दुनिया के नेताओं, अंतरराष्ट्रीय न्यायालयों और मानवाधिकार संगठनों से हस्तक्षेप करने की अपील की है।
इनपुट-आईएएनएस
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