चाइना, वाईबीएन नेटवर्क
भारत-चीन के रिश्ते को बेहतर करने के लिए विदेश सचिव विक्रम मिस्री चीन के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार को विक्रम मिस्री चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक दोनों देश के बीच आपसी समझ और समर्थन के लिए ठोस उपाय को तलाशने की बात कही।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ बैठक के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि पिछले साल रशिया के कजान में चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक के बाद से दोनों देशों के बीच काफी सहमति बनी है। इसके बाद दोनों नेताओं ने सक्रिय बातचीत की है। साथ ही सभी स्तरों पर संबंधों में सुधार करने की प्रक्रिया को तेज किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को आपसी मनमुटाव को कम और आपसी उपलब्धि के लिए प्रतिबद्ध होने की आव्यशकता है।
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वहीं, भारतीय सचिव ने कहा की दोनों देशों ने अपने विवादित मुद्दों को बेहतर तरीके से मैनेज किया है। साथ ही ये भी कहा कि, भारत और चीन के बीच डिप्लोमेटिक संबंधों की स्थापना को 75 साल पूरे होने में ज्यादा वक्त नही बचा है। भारतीय सचिव ने वांग यी को ये आश्वासन भी दिया कि इन संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ को संयुक्त रूप से मनाने के लिए भारत चीन के साथ काम करने को तैयार है।
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कम्युनिस्ट पार्टी के इंटरनेशनल डिपार्टमेंट हेड से भी मुलाकात
रविवार को चीन पहुंचने के बाद विदेश सचिव विक्रम ने बीजिंग कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के इंटरनेशनल हेड लियू जियानचाओ से भी मुलाकात की। दोनों ही अधिकारियों के बीच में लद्दाख बॉर्डर एग्रीमेंट को लोगू करने से लेकर कई इंटरनेशनल और क्षेत्रीय मुद्दो पर भी बातचीत हुई। साथ ही चीन और भारत के बीच संवाद को मजबूत करने की भी बात की गई।
अजित डोभाल गए थे चीन
आपको बता दें कि भारत की ओर से चीन ये दूसरी हाई-प्रोफाइल विजिट है। विदेश सचिव विक्रम से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पिछले महीने भारत और चीन के बीच हुई 23वीं बैठक में शामिल हुए थे। अजीत डोभाल ने चीन विदेश मंत्री वांग यी से सीमा विवाद को लेकर विशेष बातचीत हुई।