/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/15/VZmcQ2v5M21Ol8EdFKtW.jpg)
Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।मध्य पूर्व में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसरायल ने एक बार फिर ईरान पर हमला कर यह साफ कर दिया है कि वह अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। इसरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि जो अब तक हुआ है, वह केवल शुरुआत है। आने वाले समय में इससे कहीं ज्यादा घातक हमले होंगे।
नेतन्याहू ने दावा किया कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कई साल पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा, "अभी जो देखा है, वो कुछ नहीं। असली झटका तो अभी बाकी है।"
सैन्य कमान और ऊर्जा सेक्टर बने निशाना
शुक्रवार को इसरायल ने ईरान पर एयरस्ट्राइक कर उसके सैन्य कमान के कई शीर्ष अधिकारियों को मार गिराया। शनिवार को हमलों का दायरा बढ़ाते हुए इसरायल ने ईरान के तेल और गैस उद्योग को भी निशाना बनाया। साउथ पार्स गैस फील्ड पर मिसाइल हमले के बाद भारी आग लग गई, जिससे वैश्विक तेल कीमतों में सात प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
ईरान ने भी सैकड़ों मिसाइलें दागीं
इसरायल के हमले के जवाब में ईरान ने शुक्रवार रात सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन इसरायल पर दागीं। इन हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए। इसरायल डिफेंस फोर्स (IDF) का दावा है कि कई मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही मार गिराया गया।
अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता रद्द
शनिवार को ओमान की राजधानी मस्कट में होने वाली ईरान-अमेरिका परमाणु वार्ता को रद्द कर दिया गया। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई ने कहा- अब अमेरिका से बातचीत का कोई मतलब नहीं रह गया है। यह समय वार्ता का नहीं, बल्कि दुश्मनों को जवाब देने का समय है।
क्या है मौजूदा हालात? कौन कितना नुकसान में?
- ईरान में अब तक 130 से ज्यादा लोगों की मौत, दर्जनों इमारतें तबाह।
- इस्राइल में 3 लोगों की मौत, कई घायल।
- ईरान के नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान।
- तेल और गैस सेक्टर पर हमला, वैश्विक आपूर्ति पर असर।
- Strait of Hormuz को बंद करने की तैयारी, जो वैश्विक तेल आपूर्ति के लिए अहम रूट है।