/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/25/maldives-history-2025-07-25-13-12-03.jpg)
वाईबीएन डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने दो दिवसीय दौरे पर मालदीव (Maldives) पहुंचे हुए हैं। मोदी मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं। उन्हें वहां के राष्ट्रपति Muizzu ने बुलाया है। उनके आगमन से वहां रह रहे भारतीय काफी उत्साहित हैं। साउथ एशिया का सबसे छोटा देश मालदीव (Maldives) कभी बौद्ध और हिंदू धर्म का केंद्र था। आज यहां की 98 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। देश का इतिहास 2500 साल पुराना है। 900 साल पहले तक यहां की पूरी आबादी बौद्ध और हिंदू धर्म (Buddhism and Hinduism) को मानती थी। 12वीं सदी में यहां के राजा ने मुस्लिम धर्म अपना लिया। इसके 150 साल बाद यह देश पूरी तरह से मुस्लिम देश बन चुका है।
ओडिशा के राजा ने रखी थी देश की नींव
2.5 हजार साल पहले भारत के ओडिशा (Odisha) के राजा ब्रह्मादित्य के पुत्र श्री सूरुदासरुण आदित्य ने इस देश की नींच रखी थी। उनके नेतृत्व में लोगों ने वहां बसना शुरू किया था। 1 हजार साल तक वहां के लोग बौद्ध धर्म को मानते रहे। वहां के द्वीपों पर अब भी बौद्ध मठों और संरचनाओं के अवशेष हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में हविता या उस्तुबु कहा जाता है।
6 इस्लामी राजवंश कर चुके हैं शासन
मालदीव (Maldives) पर अब तक 6 इस्लामी राजवंश शासन कर चुके हैं। उत्तरी अफ्रीका के माघरेबी के इस्लामी विद्वान अबु अल-बरकात यूसुफ अल-बरबरी ने मालदीव के राजा को इस्लाम धर्म कबूल कराया था। यहां 1968 तक इस्लामी राजवंश का शासन रहा। 2008 में नए संविधान ने देश को इस्लामी देश घोषित कर दिया। यहां की नागरिकता के लिए इस्लाम को अनिवार्य कर दिया गया।
अगले 25 साल में देश का 80 प्रतिशत भाग डूबने की आशंका
मालदीव (Maldives) का कुल क्षेत्रफल 298 वर्ग किलोमीटर है। यानी यह दिल्ली से पांच गुना छोटा है। वैज्ञानिक रिपोर्ट्स के अनुसार अगले 25 साल में इस देश का 80 प्रतिशत भाग डूब सकता है।
pm modi Maldives History