राष्ट्रपति
Donald Trump का दूसरा कार्यकाल की दूसरी नीतियों से अमेरिका वाले भी परेशान हैं। यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप और उनके अरबपति मित्र व सलाहकार Elon Musk के खिलाफ अमेरिका में जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार को अमेरिका कम से कम 1200 रैलियां और विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए। विरोध प्रदर्शन के मुख्य मुद्दों में
donald trump tariff, कर्मचारियों की छंटनी, मानवाधिकार, अर्थव्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा शामिल हैं। अमेरिका ने ट्रंप प्रशासन और एलन मस्क की भूमिका पर जमकर नाराजगी देखी।
पुतिन की कठपुतली होने का आरोप लगाया
अमेरिका वालों ने राष्टपति
डोनाल्ड ट्रंप पर यह भी आरोप लगाया कि वे दूसरों के हितों की कठपुतली हैं। टैरिफ हमारे देश को नष्ट कर देगा। अमेरिकियों का आरोप है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की पश्चिम और पश्चिमी राष्ट्रों को खत्म करना चाहते हैं, उन्होंने ही ट्रंप को यह काम कराने के लिए मजबूर किया है। लोगों में एलन मस्क के खिलाफ जमकर गुस्सा देखा गया। लोगों ने अमेरिका के सभी 50 राज्यों में प्रदर्शन किया। इसके अलावा बर्लिन, पेरिस और यूरोप में भी कई स्थानों पर प्रदर्शन की सूचना है। जर्मनी में प्रदर्शन डेमोक्रेट्स अब्रॉड ने किया। बता दें कि डेमोक्रेट्स अब्रॉड विदेश में रहने वाले अमेरिकी नागरिकों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का संगठन है।
इन देशों में भी हुए प्रदर्शन
अमेरिका के अलावा डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के खिलाफ बर्लिन में टेस्ला शोरूम के सामने और फ्रैंकफर्ट में डेमोक्रेट्स अब्रॉड के सदस्यों ने अमेरिकी राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग की। फ्रांस की राजधानी पेरिस में भी हाथों में तख्तियां लेकर अमेरिकी प्रदर्शन करते नजर आए। लंदन में अमेरिकियों ने ट्रंप को तानाशाह कहते हुए विरोध का आह्वान किया। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में लोकतंत्र बचाओ जैसे बैनर भी लिए हुए थे।
हैंड्स ऑफ अभियान के तहत हुए प्रदर्शन
डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के खिलाफ अमेरिकियों ने अमेरिका के बाहर भी प्रदर्शन किए हैं। हैंड्स ऑफ अभियान के तहत किए गए ये इन प्रदर्शनों में अमेरिकी नागरिकों ने उनके अधिकारों को न छेड़ने की आवाज बुलंद की गई है। प्रदर्शनों में कुल मिलाकर 150 से अधिक संगठन शामिल रहे। प्रदर्शनों के दौरान कर्मचारियों की छंटनी, सामाजिक सुरक्षा में कटौती, मानव अधिकार और लोकतंत्र के हनन जैसे मुद्दे उठाए गए।
ट्रंप और मस्क को मान रहे जिम्मेदार
अमेरिकी मानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप और उनके सलाहकार एलन मस्क की नीतियां अमेरिका में कर्मचारियों की छंटनी, सामाजिक सुरक्षा और यहां तक कि लोकतंत्र के लिए भी खतरा साबित हो रही हैं। अमेरिका के सभी 50 राज्यों और दुनिया के दूसरे हिस्सों में रह रहे अमेरिकियों ने भी एक साथ ट्रंप और मस्क के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी। रैलियों में पोस्टर और बैनर दिखाकर लोगों ने अपना असंतोष जाहिर किया।