International news: मोदी सरकार की
डिप्लोमेसी लाजवाब है। विदेश मंत्रालय के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। 2014 से अब तक मोदी सरकार विभिन्न देशों से सजा भुगत रहे 10,000 भारतीयों को रिहा कराने में कामयाब रही है। यह
पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे देशों के साथ बेहतर संबंधों और सफल कूटनीति के कारण ही संभव हो सका है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर की भी इसमे बड़ी भूमिका है। हाल में ही यूएई के राष्ट्रपति शेख ने रमजान के मौके पर 500 भारतीयों को जेल से मुक्त किया है। 2022 में यूएई ने 2783 भारतीयों को सजा माफी के बाद रिहा कर दिया था।
खाड़ी देशों में स्थिति ज्यादा खराब थी
रोजी रोटी की तलाश में भारतीय दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जाते हैं। खासकर खाड़ी देशों के नियम- कानून सख्त होने के चलते वहां भी भारतीय वर्षों सजा भुगतने का मजबूर हो जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है। मोदी सरकार की कुशल कूटनीति के चलते भारतीयों के प्रति सभी देशों का रुख बदल रहा है। खाड़ी देश भी विभिन्न अपराधों में अपनी जेलों में बंद भारतीय को सजा से माफी दे रहे हैं।
भारत और भारतीय की स्थिति में बड़ा बदलाव
विदेश मंत्रालय के मुताबिक 2014 से प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद दुनिया भर में भारत और भारतीयों की स्थिति में बड़ा बदलाव हुआ है। मोदी सरकार ने भारतीयों की रिहाई और सजा माफी के लिए सतत प्रयास किए हैं, उसी का परिणाम है कि अब तक विदेशी जेलों में बंद 10,000 से अधिक बंदियों की रिहाई संभव हो सकी है। आईए जानते हैं कि कौन से देश से कितने भारत इस दौरान रिहा होकर अपने वतन आ सके हैं।
कतर ने मौत की सजा पाए आठ सैनिक छोड़े
भारत सरकार की कूटनीति का ही परिणाम है कि 2023 में मौत की सजा पाए आठ सैनिकों की सजा माफ कर रिहा कर दिया था। पिछले दो साल में ईरान से 111 भारतीय नागरिक और मछुआरे रिहा किए गए हैं। बहरीन ने ढाई सौ भारतीय और कुवैत ने 119 भारतीय की सजा कम करते हुए उन्हें अपनी जेलों से रिहा किया है। बता दें कि पाकिस्तान ने 2014 में ही 2700 से अधिक भारतीय नागरिकों को अपनी जेलों से रिहा किया था।