बांग्लादेश, वाईबीएन नेटवर्क। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद से देश में अंतरिम सरकार चला रहे नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। मोहम्मद यूनुस से विश्वास खोता दिखा रहा है। बता दें बांग्लादेश की सबसे बड़ी पार्टी बीएनपी ने मोहम्मद यूनुस की सरकार पर पक्षपात का सीधा आरोप लगाया है और साफ तौर पर कहा कि अगर ये सरकार निष्पक्ष नहीं रह सकती तो देश को दूसरी तटस्थ सरकार की जरूरत पड़ सकती है।
जिसने दी सत्ता वहीं उठा रहे सवाल
बांग्लादेश में जारी इस घटनाक्रम में गौरतलब है कि अगस्त की कथित क्रांति के बाद देश की सत्ता सौंपने वाली जिस खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ही अब मोहम्मद यूनुस पर पक्षपात करने का आरोप लगा रही है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने 23 जनवरी को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से निष्पक्षता से अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया है और आरोप लगाया कि सरकार कुछ मुद्दों पर तटस्थता बनाए रखने में विफल रही है।
जल्द चुनाव करवाने की मांग
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का इस वक्त सारा काम संभाल रहे फखरुल इस्लाम आलमगीर ने यूनुस सरकार से जल्द से जल्द चुनाव करवाने की मांग की है। बता दें मोहम्मद यूनुस 2025 के आखिर में या फिर 2026 तक चुनाव कराना चाहते हैं। फखरूल ने जल्द चुनावों की मांग करते हुए कहा कि क्या हमें 4 से 5 साल तक इंतजार करना चाहिए? बीएनपी ने कहा कि चुनाव इसी साल जुलाई या अगस्त में कराये जाने चाहिए। गौरतलब है कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की मीटिंग में भाग लेने दावोस पहुंचे मोहम्मद यूनुस कहा कि बांग्लादेश की सत्ता चलाने में उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है।