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यमन में फांसी की सजा झेल रहीं भारतीय नर्स को बड़ी राहत, Nimisha Priya की सजा टली

भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की यमन में होने वाली फांसी टली। भारत सरकार और केरल के धार्मिक नेताओं की कोशिशों से ब्लड मनी डील के लिए समय मिला। जानें पूरा मामला।

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Dhiraj Dhillon

"यमन में मौत की दहलीज़ पर खड़ी है निमिषा प्रिया – क्या इस्लामी कानून उसे जीवनदान देगा?" | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Nimisha Priya News: यमन में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बड़ी राहत मिली है। भारत सरकार और केरल के धार्मिक नेताओं के प्रयासों से स्थानीय प्रशासन ने उनकी फांसी की सजा को अस्थायी रूप से टाल दिया है। अब निमिषा के वकील और परिजन “ब्लड मनी डील” के लिए मृतक तलाल आबदो मेहदी के परिवार से बातचीत कर सकेंगे। मंगलवार सुबह 10:30 बजे इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण मीटिंग हुई, जिसमें केरल के सुन्नी नेता अबू बकर मुसलियार के करीबी और यमन की शूरा काउंसिल के सदस्य शेख हबीब उमर भी मौजूद थे। उनकी मध्यस्थता से उम्मीद जगी है कि डील संभव हो सकती है।

यमन की अदालत ने सजा पर फिलहाल रोक लगाई

यमन की अदालत ने पहले तय किया था कि निमिषा प्रिया को 16 जुलाई को फांसी दी जाएगी, लेकिन अब इस सजा पर फिलहाल रोक लग गई है। भारत सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे थे कि किसी भी तरह से निमिषा की जान बचाई जा सके। हालांकि तलाल के परिजन अभी “ब्लड मनी” लेने के लिए तैयार नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें मनाने के लिए अतिरिक्त समय मिल गया है। भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि यह मामला बेहद संवेदनशील और कानूनी रूप से जटिल है। यमन के अलग कानूनों के चलते औपचारिक दखल देना आसान नहीं था। फिर भी भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय की कोशिशें रंग लाई हैं। बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई हुई थी, जिसमें कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया था। सरकार ने बताया कि यमन के कानून अलग हैं और वहां बहुत अधिक हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता, लेकिन कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।

केरल के धार्मिक नेता से खुली उम्मीद की खिड़की

निमिषा प्रिया ने यमन में काम के दौरान तलाल मेहदी के उत्पीड़न से तंग आकर उसे नशीली दवा दे दी थी, ताकि वह उससे अपना पासपोर्ट वापस ले सके। लेकिन अधिक मात्रा में दवा देने से तलाल की मौत हो गई, और इसी मामले में निमिषा को मौत की सजा सुनाई गई। केरल के धार्मिक नेता अब अबू बकर मुसलियार के प्रयासों और शेख हबीब उमर की मध्यस्थता से मामले को सुलझाने के लिए कुछ समय जरूर मिल गया है। आने वाले दिनों में यदि “ब्लड मनी डील” हो जाती है, तो निमिषा को फांसी से बचाया जा सकता है।

क्या है 'ब्लड मनी' और यह कैसे बचा सकता है निमिषा को?

'ब्लड मनी' शरिया कानून का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो कई इस्लामिक देशों में प्रचलित है। इसके तहत, यदि किसी अपराध में पीड़ित के परिवार को मौद्रिक मुआवजा दिया जाता है, तो अपराधी की सजा को कम किया जा सकता है या पूरी तरह माफ किया जा सकता है। यह एक ऐसी उम्मीद है जिस पर निमिषा का परिवार और उसके समर्थक भरोसा कर रहे हैं।

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