Advertisment

चीन की मदद से पाकिस्तान बढ़ा रहा सैन्य ताकत, अत्याधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर Z-10ME-02 सेना में शामिल

चीन की तरफ से पाकिस्तान को Z-10ME-02 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी आधिकारिक तौर पर 2 अगस्त को कर दी गई। मुल्तान आर्मी एविएशन बेस पर आयोजित समारोह में इन हेलीकॉप्टरों को पाकिस्तान आर्मी एविएशन कॉर्प्स (PAA) में शामिल किया गया।

author-image
Mukesh Pandit
Z-10ME-02
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

इस्लामाबाद, वाईबीएन डेस्क। पाकिस्तान ने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के प्रयासों के अंतर्गत सेना विमानन सेवा में अत्याधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘जेड-10एमई’ को शामिल किया। सेना के अनुसार, मुल्तान में आयोजित समारोह की अध्यक्षता सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने की। सेना ने कहा, ‘यह अत्याधुनिक और हर मौसम में काम करने योग्य हेलीकॉप्टर दिन और रात के समय सटीक हमला करने में सक्षम है। उन्नत रडार प्रणालियों और अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरणों से लैस जेड-10एमई विविध हवाई और जमीनी खतरों से निपटने की सेना की क्षमता को और बढ़ाएगा।’’ 

चीन दे रहा अत्याधुनिक हथियार

चीन की तरफ से पाकिस्तान को Z-10ME-02 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी आधिकारिक तौर पर 2 अगस्त को कर दी गई थी। मुल्तान आर्मी एविएशन बेस पर आयोजित समारोह में इन हेलीकॉप्टरों को पाकिस्तान आर्मी एविएशन कॉर्प्स (PAA) में शामिल किया गया। इस मौके पर पाकिस्तान के फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर ने खुद इसकी अध्यक्षता की और इन हेलीकॉप्टरों का लाइव प्रदर्शन देखा।

AH-1F/S कोबरा हेलीकॉप्टरों को किया रिटायर

चीन से नए हेलीकॉप्टर मिलने के बाद पाकिस्तान ने अपने दशकों पुराने बेल AH-1F/S कोबरा हेलीकॉप्टरों को रिटायर कर दिया है और अब तकनीकी रूप से उन्नत चीनी अटैक हेलीकॉप्टरों को अपनाने का रास्ता चुना है। यद्यपि, यह फैसला तकनीकी प्रदर्शन की जगह राजनीतिक दबाव के तहत लिया गया लगता है क्योंकि पहले Z-10 का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा था और पाकिस्तान के अधिकारियों ने टेस्टिंग के लिए आए इन हेलीकॉप्टरों को वापस भेज दिया था।

क्या हैं Z-10ME-02 की खासियत?  

Z-10ME-02 एक डबल इंजन अटैक हेलीकॉप्टर है जिसे चीन की चांगहे एयरक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (CAIC) ने तैयार किया है। इसका वजन 7.2 टन है और यह 1500 किलोग्राम तक पेलोड उठा सकता है। लंबाई 14.2 मीटर है और इसे विभिन्न प्रकार की मिसाइलों और रॉकेट से लैस किया जा सकता है। इसमें एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, लेजर-गाइडेड रॉकेट, एयर-टू-एयर मिसाइल, मिनिएचर क्रूज मिसाइल (CM-501X) और NLoS (नॉन लाइन ऑफ साइट) क्षमता है।

Advertisment

इस हेलीकॉप्टर में एडवांस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जैसे, इंजन इनटेक फिल्टरेशन सिस्टम, सिरेमिक आर्मर प्लेटिंग, एडवांस डिफेंसिव एड सूट और मिसाइल अलर्ट और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम मौजूद है. इसका मकसद दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम से खुद को सुरक्षित रखते हुए सटीक स्ट्राइक करना है।

भारत के पास स्वदेशी LCH प्रचंड और अपाचे AH-64E 

भारत पहले से ही दो प्रमुख अटैक हेलीकॉप्टरों के साथ तैयार है। LCH प्रचंड (स्वदेशी), जो ऊंचाई वाले इलाकों में ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये हल्का और ज्यादा maneuverable है। इसे कारगिल जैसे इलाकों में तैनात किया जा सकता है। दूसरा है अमेरिकी अपाचे AH-64E गार्जियन। ये दुनिया का सबसे एडवांस अटैक हेलीकॉप्टर में से एक है। ये 10.4 टन वजन है और 2500 किलोग्राम पेलोड क्षमता रखता है। ये हेलफायर मिसाइल, 30mm चेन गन, लॉन्गबो रडार से लैस है। तकनीकी और विश्वसनीयता के मामले में Z-10ME-02, अपाचे के मुकाबले पीछे है। 

क्या इससे बदल जाएगा पावर बैलेंस? 

Z-10ME-02 की तैनाती पाकिस्तान की सेना की मारक क्षमता को जरूर बढ़ाती है, लेकिन यह भारत के अपाचे और LCH प्रचंड जैसे प्लेटफॉर्म्स के समकक्ष नहीं ठहरता। भारत के पास पहले से ही अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में परीक्षण किए गए और सफल ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए अटैक हेलीकॉप्टर्स हैं. इसके अलावा भारत के हेलीकॉप्टर टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है, जिससे उसे दीर्घकालिक सामरिक लाभ मिलेगा। Pakistan military news | pakistan | DGMO India Pakistan | China Pakistan defense deal | Z-10ME helicopter

Z-10ME helicopter China Pakistan defense deal DGMO India Pakistan pakistan Pakistan military news
Advertisment
Advertisment