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12 साल बाद बांग्लादेश पहुंचे पाकिस्तानी विदेश मंत्री का 1971 के युद्ध के लिए माफी से इन्कार

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार के समक्ष 1971 के युद्ध के लिए माफी मांगने समेत लंबित मुद्दों को उठाया। हालांकि, वह इन मुद्दों पर डार के विचारों से सहमत नहीं है। डार 2012 के बाद से ढाका का दौरा करने वाले पाकिस्तान के सबसे वरिष्ठ नेता हैं।

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Mukesh Pandit
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार

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ढाका, वाईबीएन डेस्क। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार के समक्ष 1971 के युद्ध के लिए माफी मांगने समेत लंबित मुद्दों को उठाया। हालांकि, वह इन मुद्दों पर डार के विचारों से सहमत नहीं है। डार 2012 के बाद से ढाका का दौरा करने वाले पाकिस्तान के सबसे वरिष्ठ नेता हैं। डार बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को ढाका पहुंचे थे। उनका उद्देश्य लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना के पद से हटने के बाद बांग्लादेश के साथ संबंधों को फिर से बेहतर बनाना है। 

बोले  एम तौहीद हुसैन मैं डार से सहमत नहीं हूं

डार ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश सलाहकार एम तौहीद हुसैन के साथ बातचीत की। समाचार पत्र ‘प्रोथोम अलो’ ने हुसैन के हवाले से लिखा, "निश्चित रूप से मैं डार से सहमत नहीं हूं। अगर ऐसा होता, तो समस्याएं सुलझ जातीं। हमने अपनी और उन्होंने (पाकिस्तानी पक्ष ने) अपनी स्थिति स्पष्ट की।" उन्होंने कहा कि दोनों देश आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर बातचीत जारी रखेंगे। 

54 वर्षों की समस्याएं एक ही दिन में हल हो नहीं हो सकतीं

तौहीद हुसैन ने डार के साथ मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हमने अनसुलझे मुद्दे उठाए हैं, जैसे 1971 के लिए माफी या खेद व्यक्त करना, संपत्तियों पर दावा, तथा फंसे हुए पाकिस्तानी नागरिकों का मामला।’ उन्होंने कहा कि यह उम्मीद करना गलत होगा कि 54 वर्षों की समस्याएं एक ही दिन में हल हो जाएंगी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश सलाहकार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दोनों देशों ने इन मुद्दों पर अपनी-अपनी स्थिति प्रस्तुत की है।’’ 

पांच समझौता ज्ञापनों  पर हस्ताक्षर

हुसैन ने बताया कि दोनों देशों के बीच एक समझौते और पांच समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। हुसैन ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक मुद्दों को चर्चा के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए। बांग्लादेश के विदेश सचिव असद आलम सियाम ने ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डार का स्वागत किया। हिना रब्बानी खार नवंबर 2012 में ढाका जाने वाली पाकिस्तान की आखिरी विदेश मंत्री थीं।

बांग्लादेश में सत्ता बदली, विदेश नीति बदली

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बांग्लादेश कभी पाकिस्तान का हिस्सा हुआ करता था और 1971 से पहले उसे पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था. 1971 में बांग्लादेश, पाकिस्तान से अलग होकर एक नया देश बना। पाकिस्तान की सेना पर पूर्वी पाकिस्तान के नेताओं और आम लोगों पर बर्बर अत्याचार के आरोप लगते हैं। बांग्लादेश का कहना है कि आजादी के संघर्ष के दौरान लाखों लोग मारे गए। ढाका के कई लोग आज भी पाकिस्तान से इन हत्याओं के लिए माफी मांगने को कहते हैं। pakistan | 1971 India Pakistan war 

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