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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर अब इजरायल के भीतर भी विरोध की आवाजें तेज हो गई हैं। देशभर में हजारों लोग सड़कों पर उतरकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से हमास के साथ समझौता कर बंधकों की सुरक्षित वापसी और तत्काल युद्धविराम की मांग कर रहे हैं। शनिवार को तेल अवीव के होस्टेज स्क्वायर में बड़ी रैली निकाली गई, जहां लोगों ने सरकार पर दबाव बनाया कि वह जल्द से जल्द समझौते को अंजाम दे।
संयुक्त रूप से युद्ध विरोधी प्रदर्शन किया
टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक राजधानी में अन्य स्थानों पर भी यहूदी और अरब समुदायों ने संयुक्त रूप से युद्ध विरोधी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल लिरान बर्मन, जिनके दो भाई गाजा में बंधक बनाए गए हैं, ने कहा कि अब तक हुई बातचीत टिकाऊ नहीं रही है और शायद यह बंधकों को बचाने का आखिरी मौका है। उन्होंने आरोप लगाया कि नेतन्याहू बातचीत का दिखावा कर रहे हैं लेकिन असल में बंधकों की बलि दे रहे हैं। इससे पहले नेतन्याहू ने दावा किया था कि उन्होंने 50 बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत के निर्देश दिए हैं। हालांकि, इसी दौरान उन्होंने गाजा पर नए हमलों की शुरुआत भी कर दी, जिससे प्रदर्शनकारियों का गुस्सा और बढ़ गया है।
सैकड़ों फिलिस्तीनियों को छोड़ा जाएगा
पिछले हफ्ते हमास ने बयान जारी कर कहा था कि वह 60 दिन के युद्धविराम के प्रस्ताव पर राजी है। इस दौरान 10 जीवित बंधकों और 18 मृत बंधकों के शवों को रिहा किया जाएगा। इसके बदले इजरायली जेलों में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनियों को छोड़ा जाएगा। युद्धविराम की अवधि में मध्यस्थों की मौजूदगी में आगे की वार्ता कर बाकी बंधकों की रिहाई और संघर्ष के अंत पर बातचीत होगी।