नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। SCO Meeting News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अहम बैठक में पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बेनकाब करते हुए कड़ा संदेश दिया। उन्होंने साफ कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद फैलाने वालों और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाए, और इस मुद्दे पर कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए। बैठक के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की मौजूदगी में राजनाथ सिंह ने भारत का पक्ष मजबूती से रखते हुए पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर का मुद्दा उठाया। कूटनीतिक दृढ़ता पर कायम रहते हुए भारत ने यह भी साफ कर दिया कि वह SCO के जॉइंट डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर नहीं करेगा, क्योंकि इसमें पाकिस्तान और चीन की ओर से भारत को घेरने की कोशिशें की जा रही थीं।
क्या है शंघाई सहयोग संगठन (SCO)?
शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization - SCO) एक यूरेशियन राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा और सुरक्षा संगठन है। इसकी स्थापना 2001 में चीन, रूस, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान द्वारा की गई थी।भारत और पाकिस्तान वर्ष 2017 में SCO के पूर्ण सदस्य बने। इसके बाद ईरान (2023) और बेलारूस (2024) ने भी इस संगठन की सदस्यता प्राप्त की। SCO का मुख्य उद्देश्य तीन बुराइयों (आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद) से लड़ना है। हालांकि, अब तक SCO इस उद्देश्य को प्रभावी रूप से लागू करने में असफल रहा है।
भारत 2017 में बना था पूर्ण सदस्य
भारत 2005 से SCO में पर्यवेक्षक रहा और 2017 में पूर्ण सदस्य बना। भारत इस मंच का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ अपने वैश्विक रुख को मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए करता रहा है। SCO बैठक में भारत ने एक बार फिर दिखा दिया कि वह आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करेगा और जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तो भारत हर मंच पर अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम है। राजनाथ सिंह की यह कूटनीतिक सक्रियता आने वाले समय में क्षेत्रीय समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
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