/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/01/xi-jinping-2025-09-01-12-01-13.jpg)
तियानजिन (चीन), वाईबीएन न्यूज। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के 25वें शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सदस्य देशों से संयुक्त राष्ट्र (UN) केंद्रित वैश्विक व्यवस्था की रक्षा करने और ब्लॉक राजनीति व बुलिंग प्रैक्टिस का विरोध और संयुक्त राष्ट्र बहुपक्षीय व्यवस्था की रक्षा करने की अपील की। शी जिनपिंग ने कहा- हमें द्वितीय विश्व युद्ध के इतिहास को सही दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना चाहिए और शीत युद्ध मानसिकता, गुटीय टकराव और बुलिंग प्रैक्टिस का कड़ा विरोध करना चाहिए।”
जिनपिंग ने अमेरिका पर परोक्ष हमला बोला
एएनआई ने चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ के हवाले से बताया- जिनपिंग का यह बयान अमेरिका पर अप्रत्यक्ष निशाना माना जा रहा है, जिसने कई देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं। हाल ही में अमेरिकी अपीलीय अदालत ने इन टैरिफ़ को “गैरकानूनी” करार दिया था। अमेरिका ने भारत पर भी 50% टैरिफ लगाया है, जिसमें रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त 25% शुल्क शामिल है।
आर्थिक सहयोग पर दिया जोर
शी जिनपिंग ने कहा कि एससीओ सदस्य देशों की भागीदारी से करीब 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की संयुक्त आर्थिक क्षमता जुड़ी हुई है। उन्होंने घोषणा की कि चीन इस साल एससीओ सदस्य देशों को 2 अरब युआन (लगभग 281 मिलियन डॉलर) की आर्थिक मदद देगा। इसके साथ ही अगले तीन वर्षों में एससीओ इंटरबैंक कंसोर्टियम की सदस्य बैंकों को 10 अरब युआन के अतिरिक्त ऋण भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
आपसी सहयोग और एकजुटता पर बल
शी जिनपिंग ने सभी सदस्य देशों से अपील की कि वे आपसी मतभेदों को दरकिनार कर साझा हितों पर ध्यान दें, रणनीतिक संवाद बनाए रखें, सहमति बनाएं और सहयोग को मजबूत करें। एससीओ में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत 2005 से ऑब्जर्वर रहा है और 2017 में पूर्ण सदस्य बना।
SCO Summit 2025 | SCO Summit Tianjin