Advertisment

Sheikh Hasina की बढ़ी मुश्किलें, लॉकर से 9 किलो सोना और महंगे विदेशी उपहार निकले

बांग्लादेश का एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के नए मामले दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। हाल ही में उनके दो बैंक लॉकर्स से नौ किलो से अधिक सोना, महंगे गिफ्ट और कीमती सामान बरामद हुए,

author-image
Ranjana Sharma
priyanka 8 (5)

नई दिल्‍ली, वाईबीएन डेस्‍क: बांग्लादेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है। देश का एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और संपत्ति घोषणा में अनियमितताओं से जुड़े नए मामलों को दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। हसीना की संपत्तियों की जांच में हाल ही में आए नए खुलासों ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है।

लॉकर्स से भारी मात्रा में सोना और कीमती सामान बरामद

सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल इंटेलिजेंस सेल  और नेशनल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू द्वारा की गई जांच में शेख हसीना के दो बैंक लॉकर्स से नौ किलो से अधिक सोने के जेवरात, महंगे विदेशी उपहार और कई मूल्यवान वस्तुएं मिली हैं। इनमें वे गिफ्ट भी शामिल बताए जा रहे हैं, जो उनके प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए प्राप्त हुए थे। अधिकारियों का दावा है कि बरामद इन वस्तुओं में से कई को आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया था। जांच एजेंसियों के अनुसार, इन लक्जरी आइटम्स की कीमत करोड़ों टका तक हो सकती है। अब इनकी खरीद के स्रोत, उपहार देने वालों की पहचान और प्राप्त समय की जानकारी को खंगाला जा रहा है।

एसीसी कर सकता है विस्तृत मनी ट्रेल जांच

एसीसी का फोकस इन संपत्तियों के मनी ट्रेल यानी आय और संपत्ति के बीच के अंतर को जांचने पर होगा। एजेंसी यह पता लगाएगी कि– क्या शेख हसीना ने सभी संपत्तियों को कानून के अनुसार घोषित किया था?
क्या प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए किसी सरकारी प्रक्रिया का दुरुपयोग हुआ? और क्या इन संपत्तियों का कोई हिस्सा संदिग्ध स्रोतों से आया है? एसीसी अधिकारियों के अनुसार प्रारंभिक जांच के आधार पर दो से तीन नए केस दर्ज किए जा सकते हैं, जिनमें कई गंभीर धाराएं शामिल हो सकती हैं।

भारत शरण और बदलता राजनीतिक परिदृश्य

छात्रों के आरक्षण विरोधी आंदोलन के बाद देश में उत्पन्न माहौल के चलते शेख हसीना को भारत में शरण लेनी पड़ी थी। इस राजनीतिक उथल-पुथल के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसके बाद अवामी लीग के कई नेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। इसी बीच, शेख हसीना के भतीजे, उनके करीबी मंत्रियों और पार्टी के बड़े नेताओं के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति और फंड के दुरुपयोग की जांचें तेज़ कर दी गई हैं।

अवामी लीग नेताओं पर शिकंजा कसता हुआ

बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति ऐसी है कि अवामी लीग का लगभग हर प्रमुख नेता किसी न किसी जांच के दायरे में है। कई नेताओं के घरों, दफ्तरों और बैंक खातों पर छापेमारी चल रही है। पार्टी पर भ्रष्टाचार मामलों का दबाव बढ़ता जा रहा है, और विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में नई गिरफ्तारी और खुलासे भी संभव हैं। पहले से ही कई आरोपों और जांचों का सामना कर रही शेख हसीना के लिए नए केस उनकी राजनीतिक और कानूनी चुनौतियों को और बढ़ा सकते हैं। अगर एसीसी की जांच आगे बढ़ती है, तो यह बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़े मोड़ की शुरुआत हो सकती है।
Shekh Hasina Bangladesh Sheikh Hasina removed
Advertisment
Advertisment