आज से दिल्ली में शुरू हो रहे रायसीना डायलॉग की शुरूआत 2016 में शांगरी- ला डायलॉग की तर्ज पर शुरू हुआ था। सिंगापुर में आयोजित होने वाल शांगरी-लाडायलॉग की तर्ज पर आयोजित किया जाता है। शांगरी-ला डायलॉग रक्षा मंत्रियों के लिए होने वाला सम्मेलन है, जबकि रायसीना में विदेश मंत्रियों की बैठक होती है। इसमें जियोपॉलिटिकल और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होती है।
न्यूजीलैंड के पीएम होंगे मुख्य अतिथि
रायसीना डायलॉग का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन मिलकर करते हैं। इस बार हो रहे रायसीना डायलॉग के 10वें आयोजन में 125 देशों के करीब 3500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। वैश्विव मुद्दों पर बातचीत करने के लिए तीसरी दुनिया का यह एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है। इसमें अमेरिका और कनाडा समेत दुनिया के तमाम प्रमुख देश हिस्सा ले रहे हैं। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि हैं। दिल्ली पहुंचे न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने आज दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पीएम मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता भी की।
टैरिफ और रूस- यूक्रेन हो सकते हैं मुख्य मुद्दे
नई दिल्ली में आयोजित इन तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में रूस- यूक्रेन युद्ध के अलावा व्यापार पर लगने वाला टैरिफ मुख्य मुद्दा हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन से तुरंत पहले कह भी चुके हैं कि रूस- यूक्रेन युद्ध की समाप्ति का रास्ता, इन दोनों देशों की वार्ता से ही संभव है। बता दें कि सम्मेलन में अमेरिका की कुफिया एजेंसी की हेड तुलसी गबार्ड के अलावा यूक्रेन, रूस और अन्य प्रमुख देशों के विदेश मंत्रियों के साथ वरिष्ठ राजनयिक भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन पर दुनिया भर के पॉलिसी मेकर्स की नजर है।
राजनाथ सिंह से मिलीं तुलसी गबार्ड
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इससे पहले तुलसी गबार्ड ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर (एनएसए) अजित डोभाल के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और इस दौरान भारत के खिलाफ अमेरिकी की धरती इस्तेमाल न होने देने की बात भी कही। गबार्ड ने पीएम मोदी से उनके वाशिंगटन दौरे के दौरान भी मुलाकात की थी।