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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Donald Trump news: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसरायल के 'आयरन डोम' की तर्ज पर एक नई मिसाइल डिफेंस योजना 'गोल्डन डोम' का ऐलान किया है। ट्रंप ने कहा कि यह हाईटेक डिफेंस सिस्टम अमेरिका को विदेशी खतरों और मिसाइल हमलों से बचाने के लिए तैयार किया जाएगा। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की यह योजना जहां राष्ट्रीय सुरक्षा के नए आयाम खोलने वाली होगी, वहीं इसकी लागत और जटिलता के यह योजना वैश्विक चर्चा का विषय भी बन रही है। यदि यह योजना सफल होती है, तो अमेरिका के रक्षा तंत्र में एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेगा।
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जानिए गोल्डन डोम क्या है?
गोल्डन डोम एक उपग्रह-आधारित नेटवर्क होगा, जो संभावित मिसाइल हमलों का तुरंत पता लगाकर उन्हें हवा में ही नष्ट करने की क्षमता रखेगा। ट्रंप ने बताया कि इस योजना के तहत सैकड़ों सैटेलाइट्स का जाल तैयार किया जाएगा, जिनमें से कुछ निगरानी के लिए होंगे और कुछ स्ट्राइक करने के लिए। ये सैटेलाइट्स दुश्मन की मिसाइल लॉन्च होते ही सक्रिय हो जाएंगे। इस प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत करीब 25 बिलियन डॉलर बताई गई है, जबकि पूरा सिस्टम तैयार होने तक यह खर्च बढ़कर 175 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इस सिस्टम से जुड़ी सभी तकनीक और हार्डवेयर अमेरिका में ही तैयार किए जाएंगे।
कनाडा ने भी दिखाई भागीदारी में रुचि
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि कनाडा ने इस डिफेंस प्रोजेक्ट में भागीदारी करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने पड़ोसी देश की इस पहल का स्वागत करता है। यह सहयोग अमेरिका-कनाडा रक्षा संबंधों को और मजबूत करने वाला हो सकता है। गोल्डन डोम परियोजना का नेतृत्व अमेरिकी स्पेस ऑपरेशन्स के मौजूदा उप प्रमुख माइकल गिटलीन को सौंपा गया है। ट्रंप ने दावा किया कि इस योजना को अमेरिकी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का समर्थन मिल चुका है। उन्होंने इसे “स्टेट ऑफ द आर्ट” प्रणाली बताया।